बिहार से प्रतिदिन उत्तर प्रदेश जा रही दो हजार ट्रक बालू
बिहार के प्रतिदिन 2000 ट्रक बालू उत्तरप्रदेश जा रही है। विभाग ने राज्य से बाहर पीली बालू भेजकर पिछले तीन सप्ताह में आठ करोड़ 60 लाख रुपये की अतिरिक्त राजस्व वसूला है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राज्य में बालू संकट खत्म होते ही खान एवं भूतत्व विभाग के राजस्व में इजाफा दर्ज किया गया है। विभाग ने राज्य से बाहर पीली बालू भेजकर पिछले तीन सप्ताह में आठ करोड़ 60 लाख रुपये की अतिरिक्त राजस्व वसूला है।
खान निदेशक असंगबा चुबा आओ ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सरकार ने राज्य से बाहर जाने वाले बालू की कीमत पर पिछले दिनों 100 प्रतिशत प्रीमियम वसूली का फैसला लिया था। बिहार में बालू 900 रुपये प्रति सौ सीएफटी उपलब्ध है। लेकिन बिहार से बाहर जाने वाले बालू के लिए सरकार प्रति सौ सीएफटी के लिए 1800 रुपये वसूल रही है। इसमें बिहार राज्य खनिज निगम का पांच प्रतिशत कमीशन व अन्य टैक्स अलग से देय है।
आओ ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 2000 ट्रक बालू की सप्लाई की जा रही है। पूर्व में राज्य से बाहर बालू भेजने पर सरकार को कोई लाभ नहीं होता था। जबकि उत्तर प्रदेश में बालू की कीमत बिहार से तीन गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में प्रतिदिन 10,000 से भी अधिक ट्रक बालू का उठाव हो रहा है।
खान निदेशक ने कहा कि किसी को यदि बालू की जरूरत है तो वह निगम के बफर स्टॉक से ऑनलाइन बालू की खरीद कर सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य से बाहर जाने वाले बालू की ढुलाई के लिए वाहन में जीपीएस लगाने की अनिवार्यता को भी फिलहाल समाप्त कर दिया गया है। जबकि राज्य के अंदर बालू की सप्लाइ करने वाले सभी ट्रकों व ट्रैक्टरों में जीपीएस लगाना अनिवार्य है। बिहार में अबतक 40 हजार से भी अधिक ट्रकों व ट्रैक्टरों में जीपीएस लगाए जा चुके हैं।