बिहार में कल आ जाएगी रूस की स्पूतनिक वैक्सीन, जानिए कीमत और रजिस्ट्रेशन का तरीका
रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी की 50 हजार डोज मंगलवार की शाम तक पटना पहुंच जाएगी। यह वैक्सीन फ्री नहीं होगी और सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर नहीं लगाई जाएगी। इस वैक्सीन को लेने के लिए निर्धारित शुल्क देना होगा और यह अनुमति प्राप्त निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध रहेगी।
पटना, जागरण संवाददाता। Sputnik-V Vaccine in Bihar: बिहार के लोगों को बुधवार से कोरोना की तीसरी वैक्सीन भी उपलब्ध हो जाने की उम्मीद है। अब तक भारत में निर्मित कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन के जरिये ही बिहार में सवा करोड़ लोगों को टीके की पहली या दूसरी डोज मिली है। अब रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी की 50 हजार डोज मंगलवार की शाम तक पटना पहुंच जाएगी। यह वैक्सीन फ्री नहीं होगी और सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर नहीं लगाई जाएगी। रूस की इस वैक्सीन को लेने के लिए निर्धारित शुल्क देना होगा और यह अनुमति प्राप्त निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध रहेगी। इस वैक्सीन के लिए भी रजिस्ट्रेशन और स्लॉट बुक करने का तरीका वहीं रहेगा, जो कोविशील्ड या कोवैक्सीन के लिए है। यानी उमंग एप, आरोग्य सेतु एप, कोविन एप या कोविन पोर्टल से स्पूतनिक वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक हो सकेगा। स्लॉट बुकिंग बुधवार या उसके बाद शुरू हो सकती है।
सिविल सर्जन कार्यालय से लेनी होगी अनुमति
भारत में इसका निर्माण व विपणन करने वाली कंपनी डा. रेड्डी थोक दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड के केसर वैक्सीन को पहली खेप में इसे उपलब्ध करा रही है। सिविल सर्जन कार्यालय से कोरोना टीकाकरण की मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों को इस वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी। केसर वैक्सीन के संचालक मिकू कुमार ने बताया कि 995 रुपये में यह निजी अस्पतालों को उपलब्ध कराई जाएगी। जानकारी के अनुसार डा. रेड्डी ने नामक दवा कंपनी ने इसका अधिकतम मूल्य 1127 रुपये निर्धारित किया है।
अबतक मान्यता ले चुके 11 निजी अस्पताल कर सकेंगे क्रय
कोविशील्ड और को-वैक्सीन के बाद स्पूतनिक वी देश में दी जाने वाली तीसरी कोरोना वैक्सीन होगी। यह वैक्सीन सरकारी टीकाकरण अभियान का हिस्सा नहीं होगी। यह बाजार में उपलब्ध होगी और सिविल सर्जन कार्यालय से मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों को बेची जाएगी। निजी अस्पतालों में टीकाकरण होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग इस पर पूरी नजर रखेगी। निजी अस्पताल वैक्सीन की कीमत के अलावा 150 रुपये सर्विस चार्ज ले सकेंगे।
91 फीसद तक कारगर है यह वैक्सीन
बताते चलें कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी एमआरएनए तकनीक पर बनाई गई है। चिकित्सा क्षेत्र की प्रमुख पत्रिका लैंसेट के अनुसार स्पूतनिक वी कोरोना से बचाव में 91.6 फीसद तक कारगर है। डा. रेड्डी अभी रूस से बनकर आई वैक्सीन की आपूर्ति कर रही है। हालांकि, भारत सरकार से समझौते के अनुसार, 12 माह में उसे 12.5 करोड़ डोज की आपूर्ति करनी है।