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बिहार में धर्म परिवर्तन की आशंका पर हंगामा; पथराव में कई घायल, दर्जनों हिरासत में

बिहार के सहरसा व गया में धर्म परिवर्तन की आशंका में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान मारपीट व पथराव में कई घायल हो गए। पुलिस ने एहतियातन करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 23 Jul 2018 08:54 AM (IST)Updated: Mon, 23 Jul 2018 10:35 PM (IST)
बिहार में धर्म परिवर्तन की आशंका पर हंगामा; पथराव में कई घायल, दर्जनों हिरासत में
बिहार में धर्म परिवर्तन की आशंका पर हंगामा; पथराव में कई घायल, दर्जनों हिरासत में

पटना [जागरण टीम]। धर्म व्‍यक्तिगत मामला है। लेकिन, जब किसी को भ्रमित कर यर जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिश होती है तो हंगामा खड़ा हो जाता है। बिहार में बीते दिन ऐसे दो मामले गया व सहरसा में सामने अाए। इस दौरान मारपीट व पथराव किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने एहतियातन करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया।

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सहरसा में धर्म परिवर्तन की आशंका पर हंगामा

बिहार के सहरसा स्थित अन्नपूर्णा मंदिर के समीप धर्म परिवर्तन की आशंका पर रविवार को जमकर हंगामा हुआ। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल समेत अन्य संगठनों के कार्यकर्ता काफी देर तक बवाल काटते रहे। पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहां मौजूद 20 अन्य महिला-पुरुष को भी तफ्तीश के सिलसिले में थाना लाया गया।

मिली जानकारी के अनुसार खगडिय़ा जिला के चौथम निवासी कृष्णानंद यादव और पटना वासी गोरखनाथ द्वारा एक मकान में कुछ लोगों को जुटाया गया था। वहां उन्हें धर्म विशेष के संदर्भ में दिग्भ्रमित करने की शिकायत मिली। धर्म परिवर्तन की आशंका के मद्देनजर बजरंग दल के नन्हें सिंह, सुमन कुमार, करणी सेना के मुकेश सिंह समेत विहिप के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।

मौके पर सदर एसडीओ शंभूनाथ झा व बीडीओ अमरेंद्र कुमार अमर पहुंचे और मामले की नजाकत को देखते हुए वहां से 22 लोगों को हिरासत में ले लिया। छापेमारी के दौरान मकान से पुस्तक-पर्चे सहित दूसरी प्रचार सामग्रियां बरामद की गईं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय वाशिंदों ने हिंदू और मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों का धर्म परिवर्तन कराए जाने की सूचना दी थी। सूत्रों के मुताबिक उस मकान में कई जगह से लोग बुलाए गए थे। सर्वाधिक लोग सहरसा के सुलिंदाबाद से पहुंचे थे। महिषी के सिरवार से पहुंचे जगन्नाथ ने बताया कि उसका बेटा गूंगा है। उसे कुछ लोगों ने बताया कि यहां लगातार आठ रविवार को आकर प्रार्थना में शामिल होने पर आपका बेटा बोलना शुरू कर देगा। जगन्नाथ पहली बार पहुंचे थे। सुलिंदाबाद की अमीना खातून को भी प्रार्थना करने के बाद तबीयत ठीक हो जाने का आश्वासन मिला था। इसी उम्मीद में वे आईं थीं।

धर्म परिवर्तन के विरोध में मारपीट व पथराव

उधर, गया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र की सिद्धार्थपुरी कॉलोनी स्थित एक निजी मकान में लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए रविवार को पत्थरबाजी की गई। इस घटना में आधा दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है, पर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक निजी मकान में काफी लोग जुटे हुए थे। उस मकान में पिंटू कुमार किराएदार है। आरोप है कि उनकी पहल पर एक धर्म को मानने वाले वहां प्रार्थना करने के लिए एकत्रित हुए थे। उस प्रार्थना सभा में मानपुर के कई मोहल्ले से महादलित परिवार के लोग पहुंचे थे। इतनी भीड़ देखकर मोहल्ले के लोगों ने आपत्ति जताई। इस बीच यह बात फैल गई कि वहां धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस बात को लेकर मोहल्ले के लोगों से कहासुनी होने लगी। बात काफी बढ़ गई।

स्थानीय लोग उस व्यक्ति पर मकान खाली करने का दबाव डाल रहे थे, लेकिन जिसका वह विरोध कर रहा था। इसको लेकर दोनों पक्षों में झड़प हो गई। कुछ लोगों के साथ मारपीट भी हुई। उस मकान पर पथराव किया गया जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए।

एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि सिद्धार्थपुरी कॉलोनी के एक निजी मकान में ईसाई धर्म के मानने वाले कुछ लोग एकत्रित हुए थे। वहां कुछ महादलित परिवार के लोग भी स्वेच्छा से प्रार्थना सभा में भाग लेने आए थे। उसकी संख्या को देखकर लोगों को लगा कि वहां धर्म परिवर्तन होने वाला है। एसएसपी ने धर्म परिवर्तन और पथराव की घटना से इनकार किया है। कहा, इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।


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