लालू के बिना अपनी चुनौतियों से निबटने में जुटा RJD, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा जल्द
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बिना पार्टी खुद की चुनौतियों से निबटने में जुटी है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा भी जल्द कर दी जाएगी। जानिए क्या है राजद का प्लान।
पटना [अरविंद शर्मा]। चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल की कैद के बाद बिहार की राजनीति में सभी दल अपने हिसाब से रणनीति बनाने में जुटे हैं। राजद के सामने भी यक्ष प्रश्न है कि लालू की गैरमौजूदगी में पार्टी की बागडोर अब कौन संभालेगा। 21 नवंबर को 10वीं बार राजद के निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद तकरीबन डेढ़ माह से लालू की राष्ट्रीय टीम का गठन अभी बाकी है। नेतृत्व ने इसे भी तेजी से निपटाने की पहल कर दी है। संभव है आजकल में इसकी भी घोषणा कर दी जाएगी।
कमजोर मोर्चे को दुरुस्त करने में जुटा राजद
जाहिर है, लालू के बिना राजद अपने सारे कमजोर मोर्चे को दुरुस्त करने में जुटा है। जेल जाने से पहले लालू अपने छोटे पुत्र तेजस्वी यादव को पहले नेता प्रतिपक्ष और बाद में मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रूप में आगे बढ़ाकर पार्टी का सर्वमान्य चेहरा बना चुके हैं। संगठन की कमान खुद के पास रखी है।
अदालती चक्कर और पार्टी पर चौतरफा हमले को भांपकर प्रदेश राजद की कमान भी अपने सबसे विश्वस्त और समर्पित नेता डॉ. रामचंद्र पूर्वे को सौंपकर लालू इत्मीनान हो चुके हैं, किंतु राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी का गठन लगातार टलता आ रहा था। लालू जब नवंबर में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए थे तो शायद उन्हें अहसास नहीं रहा होगा कि चारा घोटाले में उन्हें अधिक समय तक जेल में रहना पड़ सकता है। इसलिए संगठन के मोर्चे पर विशेष फोकस नहीं था। किंतु, जेल जाने के पहले लालू ने पार्टी को सहज तरीके से चलाने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन जरूरी समझा।
आनन-फानन में पदाधिकारियों की सूची फाइनल
पार्टी के सूत्र बताते हैं कि उन्होंने अपने स्तर से आनन-फानन में पदाधिकारियों की सूची को फाइनल कर दी है। सिर्फ अधिसूचना निकलना बाकी रह गया है। नई सूची में कोई ज्यादा फेरबदल नहीं है, किंतु कुछ नामों पर अंतिम समय तक आलाकमान भी हां-न की स्थिति में था। नई टीम में किसी को कार्यकारी अध्यक्ष नहीं बनाया गया है।
कल से होगी प्रमंडलवार बैठक
लालू की गैरमौजूदगी में राजद के आंदोलनों को धार देने एवं आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने के लिए तेजस्वी अभी से तैयारी में जुटे हैं। सोमवार को राजद कोर कमेटी ने बैठक करके तेजस्वी को आगे के कार्यक्रमों को तय करने के लिए अधिकृत कर दिया।
बुधवार से वे प्रमंडलवार बैठकें करने वाले हैं। सबसे पहले पटना की बारी है। उसके बाद अन्य प्रमंडलों में बैठक की तिथि तय होगी। बैठक में उस प्रमंडल के सभी सांसदों एवं पूर्व सांसदों, विधायकों एवं पूर्व विधायकों, जिलों एवं प्रखंडों के अध्यक्ष शिरकत करेंगे। राजद नेतृत्व को नीचे से सलाह चाहिए कि लालू के बिना तमाम तरह की मुसीबतों से पार्टी की हिफाजत कैसे की जाए। साथ ही राजद को अटूट-एकजुट रखते हुए भाजपा-जदयू की ओर से आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार रहने की रणनीति बनेगी।