Bihar Legislative Council Election: RJD के MLC उम्मीदवारों का फैसला लालू करेंगे, हो गई बैठक
Bihar Legislative Council Election राजद की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक गुरुवार को हुई। इसमें पार्टी ने एमएलसी उम्मीदवारों के चयन का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू पर छोड़ा।
पटना, जेएनएन। Bihar Legislative Council Election: राजद संसदीय दल (पार्लियामेंट्री बोर्ड) की बैठक हुई। इसमें एमएलसी उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई। पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अधिकृत कर दिया है। बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इसकी जानकारी मीडिया को दी। जगदानंद सिंह ने बताया कि राज्य एवं राष्ट्रीय संसदीय दल की अलग-अलग बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि बिहार विधान परिषद के लिए तीन तथा स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अन्य राजद उमीदवारों के चयन के लिए रार्ष्टीय अध्यक्ष लालू यादव को अधिकृत किया गया है। बैठक में भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को एक मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गयी।
दरअसल, राजद की गुरुवार को हुई बैठक काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। बैठक में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के साथ ही बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद रहे। इसमें विधान परिषद चुनाव को लेकर रणनीति बनने और उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगने की संभावना जताई जा रही थी। यह भी चर्चा थी कि एमएलसी उम्मीदवार के रूप में तेजप्रताप यादव के नाम पर मुहर लग सकती है। तेजप्रताप फिलहाल महुआ सीट से विधायक हैं, लेकिन चर्चा है कि वह विधानसभा की सीट छोड़कर विधान परिषद जा सकते हैं। लेकिन गुरुवार की बैठक में ऐसा नहीं हो सका।
बैठक को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता ने भी संबोधित किया। इसमें अब्दुल बारी सिद्दीकी, कांति सिंह, सीताराम यादव, अशोक कुमार सिंह, रामविचार राय, शिवचंद्र राम, सरफराज आलम, भोला यादव, अबु दुजाना, स्वीटी हेम्ब्रम, विजय प्रकाश यादव, कुमार सर्वजीत सहित संसदीय दल के अन्य सदस्यों ने भाग लिया।
बता दें कि बिहार विधान परिषद की नौ सीटों के लिए चुनाव होने हैं। फिलहाल सभी सीटें जेडीयू और बीजेपी के कोटे की हैं, लेकिन इस बार विधानसभा में दलों की मजबूती के हिसाब से तीन सीट राजद के खाते में जाएगी। वहीं एक सीट कांग्रेस के खाते में भी जाना तय है। बाकी की पांच में से तीन जेडीयू और दो बीजेपी के हिस्से में जाएगी।