Bihar Assembly में शाहनवाज से तेजस्वी ने पूछा- PM मोदी को कब पिलाएंगे मोतिहारी मिल की चीनी वाली चाय
बिहार विधानसभा में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन इथानोल के फायदे गिना रहे थे। इसी बीच विपक्ष के नेता व राजद विधायक तेजस्वी यादव ने तुरंत पूछ लिया- यह बताइए कि मोतिहारी मिल की चीनी वाली चाय पीएम नरेंद्र मोदी को कब पिलाइएगा?
पटना, राज्य ब्यूरो। उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन इथेनाल के फायदे गिना रहे थे। निवेशकों से कह रहे थे कि इथेनाल के कारखाने में निवेश कीजिए। इधर से डालिए मक्का, उधर से निकलेगा डॉलर। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तुरंत पूछ लिया-यह बताइए कि मोतिहारी मिल की चीनी वाली चाय पीएम को कब पिलाइएगा। भाषण लंबा हो रहा था। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने भी टोका-शेर के साथ अपना भाषण समाप्त कीजिए। शाहनवाज ने आसन का सम्मान किया। शेर पढ़कर भाषण समाप्त किया-लिखी है जो स्याही से वो तहरीर बदलेंगे। हम नीतीश के नेतृत्व में बिहार की तकदीर बदलेंगे। विपक्ष ने उनके शेर का इंतजार नहीं किया। वे सदन से वाक आउट कर गए थे।
सुपौल में देखने गया था जुलूस...
शाहनवाज ने अपने पहले भाषण में अतीत का अधिक जिक्र किया। तेजस्वी टोक रहे थे। शाहनवाज उनसे मुखातिब हुए-1999 में मैं सांसद बना था। तब आपके घर गया था। उन्होंने ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव को बताया कि स्कूल में पढ़ने के दौरान सुपौल में उनका जुलूस देखने जाया करते थे। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी और कांग्रेस के विधायक विजय शंकर दुबे का भी जिक्र किया कि वे स्कूली पढ़ाई के समय से ही उन्हें जानते हैं।
हम खुद एयरपोर्ट पर रीसिव करेंगे...
उद्योग मंत्री ने निवेशकों को लुभाने के लिए ऑफर दिया-आप बिहार में एक हजार करोड़ रुपये के निवेश के इरादे के साथ आइए। हम खुद एयरपोर्ट पर रीसिव करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्योग लगाने के लिए वह अपने निजी संपर्कों का भी इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने नए सदस्यों को अपने बारे में बताया-32 साल की उम्र में अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें अपने मंत्रिपरिषद का सदस्य बनाया था। वह राज्यमंत्री थे। उनके विभाग के मंत्री खुद प्रधानमंत्री थे। उन्होंने वाजपेयी मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार के साथ गुजारे दिनों को याद किया। शाहनवाज ने कहा कि उद्योग विभाग मिलने से वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। राज्य के छह मुख्यमंत्रियों के पास यह विभाग रहा है।
सदन में महिलाओं को बोलने नहीं दे रहे, घर में क्या करते हैं?
उद्योग के बजट में हिस्सा ले रही जदयू की शालिनी मिश्रा को विपक्ष की टोकाटोकी पसंद नहीं आई। उन्होंने कहा-सदन में महिलाओं को बोलने नहीं दे रहे हैं तो घर में क्या करते हैं। नरेंद्र कुमार नीरज को टोका गया तो बड़ी साफगोई से अपने बारे में बता दिया-हम हैं बड़बोलिया। पांच साल बीमार रहे। आज पहली बार बोल रहे हैं। बोलने दीजिए। उन्होंने सबको क्रांतिकारी सलाम किया। किसी ने टोका-लाल सलाम बोलिए। नीरज भोलेपन से बोले-लाल सलाम बोलते थे। एक बार मुख्यमंत्री ने पूछा कि आप कम्युनिस्ट हैं। बता दिया कि हमारे पिता और दादा कम्युनिस्ट थे। राजद के कुमार सर्वजीत की मांग की ओर सबका ध्यान गया। उनकी मांग थी कि विधानसभा परिसर में स्व. रामविलास पासवान की प्रतिमा लगाई जाए।