CAA NRC पर शिवानंद तिवारी बोले- गलतबयानी कर लोगों को बहलाना छोड़ दें मोदी-शाह
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर राजद नेता शिवानंद तिवारी ने पीएम मोदी और अमित शाह को कहा है कि लोगों को बहलाना छोड़ दें। अब एनपीआर की क्या जरूरत है।
पटना, जेएनएन। एनआरसी के मुद्दे पर विपक्ष चारों तरफ से केंद्र सरकार पर हमलावर है। अब राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने नागरिकता कानून में जो बदलाव किया है। उसकी वजह से देशभर में आग लगी हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस मुद्दे पर केवल गलत बयानी करते हैं। असत्य ही उनका आराध्य है।
तिवारी ने कहा कि हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में पीएम ने स्थिति को साफ करते हुए कहा था कि देश में फिलहाल एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन इसके बदले वे एनपीआर लेकर आ गए। अब केंद्र सरकार एनपीआर के माध्यम में देश में एनआरसी थोपना चाहती है और कुछ नहीं।
झूठ बोलते हैं पीएम मोदी-अमित शाह, खुद ही कही थी ये बात
शिवानंद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि पिछले 5-6 सालों में एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई है, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में डेस्क पर मुक्का मार-मार कर कहा था कि नागरिकता कानून में संशोधन होगा।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने खुद पश्चिम बंगाल की एक सभा में कहा था कि देश में दो बड़े कानून लाए जाएंगे। पहला नागरिकता कानून में संशोधन और दूसरा नागरिकों का रजिस्टर बनाना। ये कहने के बाद अब कह रहे हैं कि इस शब्द की कभी चर्चा ही नहीं हुई है।
जरूरत क्या है सीएए, एनपीआर, या एनआरसी की
उन्होंने कहा कि सरकार के राज्य मंत्री जब राज्यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में कह चुके हैं कि एनपीआर, एनआरसी की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। तो एेसे में सरकार देश की जनता को बहलाने का ही काम रही है। तिवारी ने कहा कि यह मेरे समझ से परे है कि केंद्र सरकार नागरिकता कानून को लेकर इतनी जल्दी में क्यों है? उन्होंने कहा कि देश में ऐसे कानून की जरूरत ही क्या है, जिससे देश में समुदाय विशेष के खिलाफ वातावरण बनने लगे?