Move to Jagran APP

सुपुर्द-ए-खाक होते-होते भी सुर्खियों में बने रहे शहाबुद्दीन, जाते-जाते गर्म कर गए राजनीति

पूर्व सांसद एवं बाहुबली मो. शहाबुद्दीन की मौत भी उनकी जिंदगी की तरह ही विवादों में रही। जाते-जाते भी राजनीति को गर्म कर गए। स्वजन शव को सिवान लाना चाह रहे थे लेकिन दिल्ली प्रशासन ने इजाजत नहीं दी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 10:50 AM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 10:50 AM (IST)
सुपुर्द-ए-खाक होते-होते भी सुर्खियों में बने रहे शहाबुद्दीन, जाते-जाते गर्म कर गए राजनीति
राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन। साभारः इंटरनेट मीडिया।

राज्य ब्यूरो, पटना: राजद के पूर्व सांसद एवं बाहुबली मो. शहाबुद्दीन की मौत भी उनकी जिंदगी की तरह ही विवादों में रही। जाते-जाते भी राजनीति को गर्म कर गए। स्वजन शव को सिवान लाना चाह रहे थे, लेकिन दिल्ली प्रशासन ने इजाजत नहीं दी। जब लालू परिवार की ओर से कोई खोज-खबर लेने नहीं आया तो मामले को इंटरनेट मीडिया पर उछाला जाने लगा। आखिर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सामने आना पड़ा। उन्होंने ट्वीट करके सफाई दी। 

loksabha election banner

राष्ट्रीय जनता दल के लिए बड़ी क्षति

तेजस्वी यादव ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का शव सिवान न लाए जाने का ठीकरा सरकार पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि मैंने और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वयं तमाम कोशिशें की, स्वजनों के संपर्क में रहे, लेकिन सरकार ने हठथर्मिता अपनाते हुए टाल-मटोल कर आख़रिकार मय्यत को उनके सिवान लाने की इजाज़त नहीं दी। अंत तक शासन-प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देकर अड़ियल रुख़ बनाए रखा। पोस्ट्मॉर्टम के बाद पुलिस प्रशासन उन्हेंं कहीं और दफनाना चाह रहा था, लेकिन काफी मशक्कत के बाद परिजनों के दिए विकल्प आइटीओ कब्रिस्तान की अनुमति दिलाई गई। तेजस्वी ने कहा कि हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हेंं जन्नत में आला मक़ाम मिले। उनका निधन पार्टी के लिए बड़ी क्षति है। राजद उनके परिवार वालों के साथ हर मोड़ पर खड़ा रहा है और आगे भी रहेगा।

एजाज ने लगाया मामले को गुमराह करने का आरोप 

राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि शहाबुद्दीन की मौत के बाद कुछ लोग गुमराही की सियासत में लग गए हैं। उनकी मौत की साजिश में संलिप्त लोगों को बचाने की नीयत से ही इस मामले को दूसरी दिशा की ओर मोडऩे का अभियान चलाया जा रहा है। साजिश में तिहाड़ जेल और अस्पताल प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसकी जांच होनी चाहिए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.