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अरुणाचल के बहाने राजद ने बढ़ाया जदयू की तरफ दोस्ती का हाथ, शिवानंद बोले-साहस दिखाएं नीतीश

अरुणाचल प्रकरण के बहाने राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को साथ आने का इशारा किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब तक अपमान सहेंगे। अगर वे साहस का परिचय देते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 25 Dec 2020 06:51 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 08:09 AM (IST)
अरुणाचल के बहाने राजद ने बढ़ाया जदयू की तरफ दोस्ती का हाथ, शिवानंद बोले-साहस दिखाएं नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता शिवानंद तिवारी। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटना: अरुणाचल प्रकरण के बहाने राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को साथ आने का इशारा किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब तक अपमान सहेंगे। अगर वे साहस का परिचय देते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे। तिवारी ने कहा कि अरुणाचल में जदयू के छह विधायकों को तोड़कर भाजपा ने साफ संकेत दिया है कि उसे नीतीश कुमार की परवाह नहीं है। यह गठबंधन धर्म के साथ घात भी है। 

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तिवारी ने हालांकि इस घटना को लेकर नीतीश पर तंज भी कसा है। कहा कि अब ऊंट पहाड़ के नीचे आ गया है। भाजपा ने जदयु के छह विधायकों को तोड़ लिया है। मुश्किल यह है कि नीतीश कुमार प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं। जबकि वे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अरुणाचल में सात विधायकों की जीत पर जदयू ने जश्न मनाया था। दो दिन बाद होने वाली जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अरुणाचल के ये विधायक भी आने वाले थे। लेकिन, भाजपा ने रंग में भंग डाल दिया। 

राजद नेता ने कहा कि आनेवाले दिनों में भाजपा नीतीश कुमार के सामने और संकट खड़ी करेगी। नीतीश कुमार के दोनों उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने उनको कहा कि बिहार की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताकर बहुमत दिया है। इसका ध्यान रखना है। यानी बहुमत नीतीश कुमार को नहीं भाजपा को मिला है। इधर हिंदू जागरण मंच के मंच से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक पदाधिकारी ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर ही बिहार में भी लव जिहाद के खिलाफ  कानून बनाया जाए। यह आवाज धीरे-धीरे तेज होने वाली है।

उन्होंने कहा कि विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार नीतीश जी का इलाज करने के लिए चिराग पासवान का इस्तेमाल किया, उस का मकसद क्या था, यह धीरे.धीरे खुलने लगा है। अब देखना है कि नीतीश कुमार कब तक और कितना अपमान सहते हैं। अगर वे साहस दिखा कर कोई फैसला लेते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे।

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