Bihar Assembly Election: महागठबंधन के दो-फाड़ पर मांझी जल्दी लेंगे फैसला, HAM ने किया अधिकृत
Bihar Assembly Election बिहार में महागठबंधन में दरार दिख रही है। हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी समन्वय समिति की मांग पर अड़े हैं। इस संबंध में वे जल्द कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
पटना, जेएनएन। Bihar Assembly Election: बिहार के विपक्षी महागठबंधन (Mahagathbandhan) में तमाम बड़े मुद्दों पर फैसला के लिए समन्यवय समिति (Co-ordination Committee) की मांग को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) अड़ गए हैं। दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के मुख्यमंत्री चेहरे (CM Face) व महागठबंधन के नेतृत्व (Leadership) के मुद्दों पर समझौते के मूड में नहीं है। मांझी की मांग पर सोनिया गांधी (Sinia gandhi) की पहल पर बुलाई गई महागठबंधन की बैठक में भी कोई हल नहीं निकल सका। समन्वय समिति बनाने के लिए मांझी ने 25 जून तक का अल्टीमेटम दिया था, जो समाप्त हो चुका है। इसके बाद शुक्रवार को 'हम' की कोर कमेटी की बैठक में मांझी को महागठबंधन में रहने को लेकर फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया है।
आरजेडी से संबंध रखने को ले फैसला के लिए मांझी अधिकृत
शुक्रवार को जीतन राम मांझी जी अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव पर पार्टी नेताओं ने सहमति जताई कि महागठबंधन में समन्वय समिति का गठन होना चाहिए। बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि 'हम' की ओर से आरजेडी को कई बार महागठबंधन की समन्वय समिति गठित करने काे कहा गया, लेकिन उसने हर बार इसकी अनदेखी की। दानिश ने बताया कि यह मसला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष उठाने पर उन्होंने सात दिनों के अंदर फैसला लेने का आश्वासन दिया है, जिसमें दो दिन बीत चुके हैं। शुक्रवार की बैठक में पार्टी ने मांझी को आरजेडी के साथ संबंध रखने अथवा न रखने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। वे अपना फैसला जल्द ही सार्वजनिक करेंगे।
आरजेडी पर घटक दलों का अपमान करने का लगाया आरोप
दानिश ने कहा कि दो दिनों पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि सहयोगियों को यदि कोई भी बात करनी है उसके लिए वे आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से कर सकते हैं। दानिश ने कहा यह घटक दलों का अपमान है। लिहाजा, 'हम' की ओर से भभुआ के प्रखंड अध्यक्ष को जगदानंद सिंह से बात करने के लिए अधिकृत किया गया है।
मांझी का अल्टीमेटम समाप्त, झुकने को तैयार नहीं आरजेडी
विदित हो कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जीतनराम मांझी ने सीट शेयरिंग के पहले महागठबंधन में समन्वय समिति के गठन की मांग रखी तथा इसपर फैसला के लिए 25 जून तक का अल्टीमेटम दिया। दरअसल, मांझी पिछले साल के आखिरी महीने से ही समन्वय समिति को लेकर अल्टीमेटम पर अल्टीमेटम देते आ रहे हैं, लेकिन आरजेडी झुकने के लिए तैयार नहीं है। मांझी चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग व मुख्यमंत्री चेहरा सहित तमाम बड़े फैसले समन्वय समिति करे, लेकिन आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समन्वय समिति के गठन के पहले से ही स्पष्ट कह रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री चेहरा हैं।
बैठक में कोई फैसला नहीं, बेकार गई सोनिया की भी पहल
समन्वय समिति के गठन को लेकर फैसले के लिए इस बार भी उन्होंने पहले 25 जून तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इसके बाद उनकी पार्टी अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होगी। महागठबंधन में मचे इस घमासान के बीच यह चर्चा भी खूब रही कि मांझी जेडीयू के साथ जा सकते हैं। स्थिति को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मांझी को दिल्ली तो बुलाया, लेकिन उनसे बातचीत की कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने। इसके अगले दिन सोनिया गांधी की अध्यक्षता में महागठबंधन की वर्चुअल बैठक में भी सोनिया शामिल नहीं हुईं। आरजेडी की तरफ से भी तेजस्वी के बदले सांसद मनोज झा शामिल हुए। बैठक में समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका।
सोनिया गांधी ने दिया सात दिनों का वक्त, दो दिन गुजरे
'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान के अनुसार सोनिया गांधी ने समस्या को सुलझाने के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया है, जिसमें दो दिन गुजर गए हैं। इस बीच कोई पहल नहीं हुई है।
बयानबाजी से फिर नए सिरे से गरमा गया मामला
इस बीच मामला यह नए सिरे से तब गरमा गया, जब तेजस्वी यादव ने अपने एक बयान में जीतनराम मांझी सहित सभी घटक दलों को सलाह दी कि वे आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से बात करें। तेजस्वी के इस तेवर के बाद पलटवार करते हुए 'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि उनकी पार्टी जगतानंद सिंह से बात करने के लिए फतुहा के प्रखंड अध्यक्ष राजन राज को अधिकृत करती है। जगदानंद सिंह राजन राज से बात करें। दानिश ने तेजस्वी के बयान को नीचा दिखाने की कोशिश बताया है।
अब मांझी क्या करेंगे फैसला, इसपर टिकी सबों की नजरें
इस बीच गुरुवार को जीतनराम मांझी दिल्ली से पटना लौट आए। तमाम कोशिशों के बावजूद समन्वय समिति का मुद्दा लटका पड़ा है। मांझी ने समन्वय समिति के लिए महागठबंधन को 25 जून तक की डेडलाइन दी थी। इसके बाद शुक्रवार को 'हम' की कोर कमेटी की पटना में बैठक हुई। बैठक में पार्टी ने आरजेडी से संबंध रखने या नहीं रखने को लेकर फैसला लेने के लिए मांझी को अधिकृत कर दिया। ऐसे में अब नजरें मांझी के फैसले पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि वे समस्या के समाधान को ले सोनिया गांधी द्वारा दिए गए एक सप्ताह का समय बीतने के बाद अपना फैसला सार्वजनिक कर सकते हैं।