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बिहार में सोमवार से खुलेंगे धार्मिक स्‍थल, पटना महावीर मंदिर में अल्‍फाबेट सिस्‍टम से होगा दर्शन; जानें

कोरोना के कहर के कारण शहर के प्रमुख मठ-मंदिर मस्जिद गुरुद्धारा गिरजाघर आदि लगभग तीन महीनों से बंद रहे। अब उसे आठ जून से खोला जाएगा। पटना में क्‍या है व्‍यवस्‍था जानें...।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 07:21 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 04:34 PM (IST)
बिहार में सोमवार से खुलेंगे धार्मिक स्‍थल, पटना महावीर मंदिर में अल्‍फाबेट सिस्‍टम से होगा दर्शन; जानें
बिहार में सोमवार से खुलेंगे धार्मिक स्‍थल, पटना महावीर मंदिर में अल्‍फाबेट सिस्‍टम से होगा दर्शन; जानें

पटना, जेएनएन। लगभग ढाई माह के बाद बिहार में केंद्र की नई गाइडलाइन के अनुसार सोमवार से धार्मिक स्‍थल खुल जाएंगे। पटना के हनुमान मंदिर, बड़ी पटना देवी, साईं मंदिर समेत अन्‍य जिलों के देवी-देवताओं के मंदिरों के अलावा मस्जिद, गुरुद्वारा इससे श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है। खास बात कि पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में ऑड-इवेन सिस्‍टम से भगवान का भक्‍त व श्रद्धालु दर्शन करेंगे। अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों के अनुसार दर्शन कराया जाएगा। और हां, हनुमान मंदिर समेत बिना मास्‍क के अन्‍य मंदिरों में एंट्री नहीं मिलेगी। ऑनलाइन दर्शन करने वालों के लिए भी विशेष व्‍यवस्‍था की गई है। 

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शंख-घंटी बजाने पर रहेगा प्रतिबंध

दरअसल, कोरोना के कहर के कारण शहर के प्रमुख मठ-मंदिर, मस्जिद, गुरुद्धारा, गिरजाघर आदि लगभग तीन महीनों से बंद रहे। अब उसे आठ जून से खोला जाएगा। मंदिर के पुजारियों और मंदिर प्रशासक अपने स्तर पर सुरक्षा के साथ मंदिरों को खोलने की तैयारियां शुरू कर दी है। मंदिर को खुलने के बाद आराध्य के सामने शंख घंटी बजाने, फूल-माला प्रसाद चढ़ाने को लेकर प्रतिबंध लगा है तो कहीं अल्फाबेट नाम के अनुसार मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। साथ ही शारीरिक दूरी और मास्क पहन कर लोग अपने अराध्य के दर्शन करेंगे। 

बड़ी पटन देवी: बिना मास्क पहने आराध्य के नहीं होंगे दर्शन 

शक्तिपीठ बड़ी पटन देवी के द्वार आठ जून को खोल दिए जाएंगे। मंदिर के महंत विजय गिरि ने कहा कि श्रद्धालु मास्क पहनकर मंदिर में मां का दर्शन करेंगे। श्रद्धालुओं के हाथो को सैनिटाइज करने के बाद ही मंदिर में आने की अनुमति मिलेगी। शारीरिक दूरी का भी लोगों को पालन करना होगा। जिसके लिए मंदिर में दर्शन करने आने वाले पांच-पांच लोगों को लाइन से मंदिर में प्रवेश करने कर अनुमति मिलेगी। शरीर का तापमान अधिक होने पर प्रवेश वर्जित रहेगा। श्रद्धालुओं को मां की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाना वर्जित होगा। 

छाटी पटन देवी: देसी सेनेटाइजर से भक्त होंगे सेनेटाइज 

शक्तिपीठ छोटी पटन देवी का दर्शन करने के लिए भक्तों को देसी सेनेटाइजर से सेनेटाइज किया जाएगा। मंदिर के महंत विवेक द्विवेदी ने कहा कि नीम के पत्ते, फिटकिरी एवं गोमूत्र को मिला कर देसी सेनेटाइजर बनाया गया है। दर्शन करने के पूर्व शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए सफेद घेरा बनाया गया है। पांच-पांच की संख्या में लोगों को मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। मंदिर में आने वाले भक्तों को घंटी बजाने की अनुमति नहीं होगी। लोग दूर से मां का दर्शन बाहर निकलेंगे। शहर के बांस घाट स्थित मां सिद्धेश्वरी काली मंदिर में भी मंदिर के द्वार खुलने के बाद लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क लगा कर प्रवेश मिलेगा। 

महावीर मंदिर: नाम से होंगे अराध्य के दर्शन 

पटना जंक्शन स्थित प्राचीन महावीर मंदिर 78 दिनों बाद आठ जून को खुलेगा। मंदिर का द्वार सुबह छह बजे से रात्रि नौ बजे तक खुला रहेगा। महावीर मंदिर न्यास समिति के आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि सरकार के गाइडलाइन का पालन होगा। मंदिर खुलने के दौरान भक्तों की भीड़ अधिक होने के कारण पुलिस बल की तैनाती होगी। उन्होंने कहा कि मंदिर खुलते ही भिखारियों की फौज मंदिर के इर्द-गिर्द होगी, जिसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तथा सामाजिक सुरक्षा कल्याण निदेशक से पुलिस बल को लेकर अनुरोध किया है। मंगलवार और शनिवार को आने वाले श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग कर दर्शन प्राप्त कर सकते हैं। सप्ताह के पांच दिन भक्त नाम के अनुसार दर्शन करेंगे। अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार लोगों को उनके नाम के पहले अक्षर के अनुसार मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। अक्षरों की गिनती नाम के प्रथम अक्षर से मानी जाएगी, उपाधि के आधार पर नहीं। पति-पत्नी साथ आते हैं तो पत्नी के नाम का जो पहला अक्षर होगा वही मान्य होगा। यदि उनके साथ बच्चे भी है तो वही अक्षर मान्य होगा। 

मंगल व शनि को दर्शन के लिए करानी होगी ऑनलाइन बुकिंग

मंगलवार और शनिवार को मंदिर में रामलला का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के वेबसाइट mahavirmandirpatna.org/online-booking पर ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी। ऑनलाइन बुकिंग दर्शन सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे एवं शाम छह बजे से रात नौ बजे तक होगी। बुकिंग कराते समय भक्तों को अपना आने का सही समय बतलाना होगा। मंगलवार और शनिवार को ऑनलाइन के अलावा दोपहर एक बजे से शाम छह बजे का जो समय होगा, उन पांच घंटों में भक्तों के लिए अलग-अलग समय का निर्धारण किया गया है। 

अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार मिलेगा समय

  • दोपहर एक से दो बजे के बीच - ए, बी, सी, डी, ई अक्षर नाम वाले आएंगे। 
  • दोपहर दो बजे से तीन बजे के बीच - एफ, जी, एच, आई, जे अक्षर नाम वाले आएंगे। 
  • दोपहर तीन से चार बजे तक - के, एल, एम,एन, ओ वाले आएंगे। 
  • शाम चार बजे से पांच बजे तक - पी, क्यू, आर एस, टी वाले लोग आएंगे। 
  • शाम पांच बजे से छह बजे तक - यू, वी, डब्लू, एक्स, वाई, जेड नाम वाले भक्त मंदिर में आकर दर्शन करेंगे। 

पहचान पत्र होगा जरूरी 

मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों अपने साथ आधार कार्ड या कोई भी पहचान पत्र लेकर आना होगा, तभी मंदिर में प्रवेश मिलेगा। ऑनलाइन बुकिंग वालों को भी यूनिक कार्ड नंबर मिलेगा, जिसे प्रवेश द्वार पर दिखाने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। 

केंद्र की यह है गाइडलाइन 

  • पहला फेज में ये सब खुलेंगे : इसमें आठ जून के बाद धार्मिक स्थल, इबादत की जगहें, होटल, रेस्टोरेंट और हॉस्पिटैलिटी से जुड़ी सेवाएं, शॉपिंग मॉल्स शर्तों के साथ खोले जाएंगे।   
  • दूसरा फेज ये सब खुलेंगे : स्कूल, कॉलेज, एजुकेशन, ट्रेनिंग और कोचिंग इंस्टिट्यूट खुल सकेंगे लेकिन इनके बारे में राज्य सरकारें स्कूलों और बच्चों के माता-पिता से बात करने के बाद ही कोई फैसला लेंगी। हालांकि जुलाई में ही तय होगा कि स्कूल खोले जानें हैं या नहीं। 
  • तीसरा फेज में मिलेंगी ये सुविधाएं : इस फेज में इंटरनेशनल फ्लाइटों, मेट्रो रेल सेवाओं, सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इनके जैसी बाकी जगहों को आम लोगों के लिए खोने जाने की बात कही गई है। इसी चरण में सामाजिक, राजनीतिक रैलियां, स्पोर्ट्स इवेंट, अकादमिक और सांस्‍कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक समारोह और बाकी बड़े जमावड़े शुरू किए जाने की बात है। वैसे इन्‍हें शुरू करने का फैसला हालात का जायजा लेने के बाद ही होगा। 

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