लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में बंट गईं महागठबंधन की सीटें, शुरू हुई बयानबाजी
बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर चल रहे कयासों पर विराम लग गया है। महागठबंधन के नेताओं ने सीटों के बंटवारे पर मुहर लगा दी। इसी के साथ पार्टियों में बयानबाजी भी तेज हो गई है
पटना [जेएनएन]। बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर चल रहे कयासों पर विराम लग गया है। लंबी इंतजारी के बाद महागठबंधन के नेताओं ने सीटों के बंटवारे पर मुहर लगा दी। लेकिन खास बात कि रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में न तो तेजस्वी यादव थे और न उपेंद्र कुशवाहा। इनके अलावा हम के मुखिया जीतनराम मांझी भी नहीं थे। अब इसे लेकर बिहार में बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन में किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम नहीं है। एक चरण के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी हो गई है। समय आने पर बाकी सीटों के उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मैं पहले से ही कहता आया था कि सीटों को लेकर महागठबंधन में कोई विवाद नहीं है और हमलोग एनडीए पर भारी हैं।
वहीं हम के मुखिया जीतनराम मांझी ने सीट बंटवारे पर खुशी जतायी है। उन्होंने कहा कि बिहार में सभी 40 सीटों पर महागठबंधन की जीत होगी। एनडीए का सफाया हो जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संभव है कि 2019 का चुनाव में आखिरी चुनाव हो। मेरे कामों पर जनता मुझे वोट देगी। बता दें कि गया लोकसभा सीट से मांझी चुनाव लड़ेंगे। यह सीट हम के कोटे में गयी है।
उधर महागठबंधन में सीपीआई को शामिल नहीं किए जाने पर वामदलों के नेताओं में काफी गुस्सा है। वहीं माले को राजद कोटे से एक सीट दी गई है। अभी यह भी क्लियर नहीं है कि माले को कौन सी सीट मिलेगी। सीपीआई नेताओं ने कहा है कि वामपंथियों को दरकिनार करना महागठबंधन को भारी पड़ेगा।