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13 प्वाइंट रोस्टर पर रामविलास पर तेजस्‍वी का पलटवार, नस दबाने से ठीक होती है बीमारी

13 प्वाइंट रोस्टर को खत्म करने और 200 प्वाइंट रोस्टर को लागू करने की मांग को लेकर मंगलवार को संविधान बचाओ संघर्ष समिति ने भारत बंद कराया। बंद पर रामविलास पासवान ने कड़ा तंज किया।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 05 Mar 2019 07:58 PM (IST)Updated: Tue, 05 Mar 2019 10:55 PM (IST)
13 प्वाइंट रोस्टर पर रामविलास पर तेजस्‍वी का पलटवार, नस दबाने से ठीक होती है बीमारी
13 प्वाइंट रोस्टर पर रामविलास पर तेजस्‍वी का पलटवार, नस दबाने से ठीक होती है बीमारी

पटना [जेएनएन]। 13 प्वाइंट रोस्टर को खत्म करने और 200 प्वाइंट रोस्टर को लागू करने की मांग को लेकर मंगलवार को संविधान बचाओ संघर्ष समिति ने भारत बंद कराया। इस बंद का बिहार में राजद और रालोसपा का भी समर्थन मिला हुआ था। उधर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने इसे लेकर विपक्ष पर कड़ा तंज किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर नाखून कटा कर शहीद बनने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि बंद कराना कहीं से भी जायज नहीं है। केंद्र उसकी मांग मानने के लिए तैयार है। वहीं बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी ने रामविलास पासवान पर करारा पलटवार किया है। कहा है कि नस दबाने से ही इन लोगों की जातीय बीमारी ठीक होती है। 

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केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मंगलवार को पटना में कहा कि कॉलेजों में शैक्षिक पदों पर नियुक्ति मामले में 13 प्वाइंट रोस्टर को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार एक-दो दिनों के भीतर आॅर्डिनेंस लाएगी। पुरानी व्यवस्था फिर से बहाल होगी। फिर से 200 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम लागू किया जाएगा। 

पासवान ने मीडिया से बात करते हुए विपक्ष पर तंज कसा। कहा कि विपक्ष नाखून कटा कर शहीद बनने की कोशिश कर रहा है। 13 प्वाइंट रोस्टर के मसले पर आज जो भारत बंद बुलाया गया, उसका कोई मतलब नहीं है। 13 प्वाइंट रोस्टर को खत्म किए जाने का कोई विरोध नहीं कर रहा। भाजपा सहित एनडीए के सभी घटक दल इसे खत्म करने के समर्थन में है। 13 प्वाइंट रोस्टर की वजह से कॉलेज के आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया संचालित हो रही है। 

उन्होंने स्वीकार किया कि रोस्टर को जिस तरह से तैयार किया गया है, उसमें एससी-एसटी की बारी इस वजह से नहीं आती, क्योंकि कॉलेजों के आधार पर होने वाली नियुक्ति की संख्या कम होती है। वहीं 200 प्वाइंट रोस्टर के तहत विश्वविद्यालय स्तर पर नियुक्ति होती है और संख्या स्वाभाविक रूप से अधिक होने पर एससी-एसटी के अभ्यर्थियों को अच्छी संख्या में मौका मिलता है।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की वजह से यह हुआ है। इसके खिलाफ केंद्र सरकार एसएलपी में भी गई थी, पर सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया कि जब तक एसएलपी को स्वीकार या अस्वीकार नहीं किया जाता है, तब तक सरकार इस मसले पर कोई आॅर्डिनेंस नहीं ला सकती। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एसएलपी को रद्द कर दिया है। तब तक संसद खत्म हो चुकी थी। अब सरकार के पास आॅर्डिनेंस लाने का अधिकार है। हमने आज सुबह भी इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर से बात की है। जावेडकर ने भी कहा है कि एक-दो दिनों में कुछ अच्छा ही होगा। 

वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने 13 प्वाइंट रोस्टर को खत्म किए जाने के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाए जाने की कवायद पर ट्वीट के माध्यम से टिप्पणी की है। तेजस्वी ने कहा कि बिना भारत बंद के भी अध्यादेश ला सकते थे। उन्‍होंने कहा कि बिना नस दबाए इनकी जातीय बीमारी ठीक नहीं होती। एनडीए नेताओं पर निशाना साधते हुए तेजस्‍वी ने ट्वीट कर कहा कि नागपुरिए लोग अभी भी यह सोचते हैैं कि दलित-पिछड़े आदिवासी इनके मानसिक गुलाम हैैं। वंचित, लांछित, उपेक्षित और उत्पीडि़त वर्ग इनके सारे प्रपंच समझते हैैं। 


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