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Ram Mandir Bhumi Pujan: बिहार में सियासत गरमाई, गिरिराज बोले- यह भारत की सांस्कृतिक-धार्मिक गुलामी का अंत

Ram Mandir Bhumi Pujan अयोध्‍या में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन को लेकर बिहार में सियासत गरमाती दिख रही है। मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे देश की सांस्कृतिक व धार्मिक गुलामी का अंत बताया।

By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 10:53 AM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 04:07 PM (IST)
Ram Mandir Bhumi Pujan: बिहार में सियासत गरमाई, गिरिराज बोले- यह भारत की सांस्कृतिक-धार्मिक गुलामी का अंत
Ram Mandir Bhumi Pujan: बिहार में सियासत गरमाई, गिरिराज बोले- यह भारत की सांस्कृतिक-धार्मिक गुलामी का अंत

पटना, जेएनएन। Ram Mandir Bhumi Pujan: प्रधानमंत्री नीेंद्र मोदी बुधवार को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) का भूमि पूजन करने वाले हैं। इसे लेकर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा है कि यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक गुलामी का अंत है।

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विदित हाे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अयोध्‍या में भूमि पूजन के बाद श्रीराम मंदिर की नींव रखेंगे। मंदिर का भूमि पूजन 12.44.08 बजे से लेकर 12.44.40 बजे के बीच होगा। इसपर प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं।  

यह भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक गुलामी का अंत: गिरिराज

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस बाबत ट्वीट कर कहा है कि यह भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक गुलामी का अंत भी है। अब प्रभु श्रीराम अपनी ही जन्मभूमि पर काल्पनिक नहीं रहेंगे। यह केवल प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर की आधारशिला नहीं है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक गुलामी का अंत भी है।

यह भारत के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय: सुशील मोदी

बिहार के उपमुख्‍यमंत्री व बीजेपी नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने ट्वीट कर कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए भूमि पूजन के साथ भारत के सांस्कृतिक-सामाजिक-राजनीतिक इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ रहा है। एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंने राम जन्मभूमि आंदोलन के दौर में गिरफ्तारी देने जाते हुए अपनी तस्‍वीर भी शेयर की है।

एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंने लिखा है कि जिस तरह प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 1952 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के प्रबल विरोध के बावजूद सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का समर्थन करते हुए प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान में हिस्सा लिया था, उसी तरह आज नेहरूवादी कांग्रेस और छद्म धर्मनिरपेक्षतावादियों के तर्कहीन विरोध की चिंता किए बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के लिए भूमिपूजन करने जा रहे हैं।

कोरोना के कारण कार्यक्रम में शामिल होंगे कम लोग

कोरोना संकट के कारण अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर भूमि पूजन समारोह में कम लोग ही शामिल होंगे। कार्यक्रम के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उत्‍तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ही रहेंगे। सुबह 10 बजे से भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू हो चुका है।


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