मिशन 2019: राहुल की बिहार कांग्रेस को दो टूक, सीट व प्रत्याशी चयन पर करें फोकस
बिहार कांग्रेस के पदाधिकारियों व पार्टी के विधायकों के साथ आज राहुल गांधी की बैठक हुई। इसमें प्रत्याशियों के चयन, सीट शेयरिंग व स्थाई अध्यक्ष को लेकर चर्चा हुई।
पटना [जेएनएन]। बिहार कांग्रेस के नेताओं को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दो टूक कहा है कि वे 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर गंभीर रहें तथा प्रत्याशियों व सीटों के चयन पर फोकस करें। राहुल गांधी सोमवार को बिहार के पार्टी सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों और वरिष्ठ नेताओं के साथ नई दिल्ली में बैठक कर रहे थे। बैठक के बाद वे नेताओं से बंद कमरे में अलग-अलग भी मिले।
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार कांग्रेस में आत्ममंथन को दौर शुरू हो चुका है। कांग्रेस अपनी कमियों का आकलन करने के बाद उनमें सुधार करते हुए लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेगी। इसके पहले पार्टी को स्थाई प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। इन मुद्दों को लेकर सोमवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी बिहार कांग्रेस के पदाधिकारियों तथा सांसदों, विधायकों व विधान पार्षदों के साथ बैठक की। बताया जाता है कि बैठक में पार्टी के स्थाई प्रदेश अध्यक्ष व लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर भी चर्चा हुई।
राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव के प्रत्यािशयों और सीटों के चयन पर मंथन करें। इसके बाद बंद कमरे में बातचीत में पार्टी को स्थाई प्रदेश अध्यक्ष देने तथा संगठन के अन्य मुद्दाें पर चर्चा हुई। वर्तमान में कौकब क़ादरी प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष हैं।
बैठक की बाबत कौकब कादरी ने कहा कि उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने की अपनी योजनाओं से अध्यक्ष को अवगत कराया। इस दौरान राहुल गांधी ने अहम सुझाव दिए। बैठक में चुनाव को लेकर सामाजिक समीकरणों पर भी चर्चा की गई।
राहुल गांधी को सौंपी रिपोर्ट पर चर्चा
इसके पहले बिहार कांग्रेस के नवनियुक्त सचिव राजेश लिलौटिया और बीेरेंद्र सिंह राठौर ने जिलों में कांग्रेस की स्थिति का आकलन करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के माध्यम से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपी थी। इस रिपोर्ट पर सोमवार को बैठक में चर्चा की गई।
स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति पर विचार
दिल्ली में सोमवार को संपन्न बैठक के बाद पार्टी नेताओं से एक-एक कर मुलाकात के दौरान लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को स्थाई प्रदेश अध्यक्ष देने को लेकर भी चर्चा हुई। तकरीबन नौ महीने से बिहार में अध्यक्ष का जिम्मा प्रभार के सहारे चल रहा है। स्थायी अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्व विवेक पर आधारित होगा। हालांकि, पार्टी के प्रदेश से जुड़े कुछ दिग्गज नेताओं जिनमें एक राज्यसभा सांसद, एक विधान पार्षद, एक पार्टी के पुराने नेता तथा पूर्व मंत्री हैं, ने राहुल गांधी के समक्ष अपनी दावेदारी पेश की है। देखना यह होगा कि बिहार की कमान किसके हाथों सौंपी जाती है।
सीट शेयरिंग पर भी मंथन
सूत्रों की मानें तो बिहार कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कम-से-कम 20 सीटों पर किस्मत आजमाने की तैयारी में है। निर्भर करेगा कि गठबंधन के सहयोगियों से बंटवारे में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलती हैं। सूत्र बताते हैं कि यदि गठबंधन में कम सीटें मिलती हैं तो कांग्रेस की रणनीति क्या होगी मंथन इस बात पर भी हुआ।