Pulwama First Anniversary: घर लौट बेटी की शादी तय करने वाले थे संजय, मां के लिए खरीदी थी गाय
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए कायराना हमले के उस काले दिन को कौन भूल सकता है। उस वारदात में एक शहीद जवान पटना के मसौढ़ी के भी थे।
पटना, जेएनएन। आज पुलवामा हमले की पहली बर्सी है। 14 फरवरी 2019 के उस काले दिन को कौन भूल सकता है। कायराना हमले में 40 जवानों ने शहीद होकर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। इसमें एक नाम पटना के मसौढ़ी के रहने वाले संजय सिन्हा का भी आता है। शुक्रवार को हमले की पहली बर्सी पर शहीद संजय के सम्मान में तारेगना मठ में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई।
स्मृतियां को भूल नहीं पाए स्वजन
शहीद संजय सिन्हा को अपने माता-पिता से बड़ा लगाव था। वे परिवार के साथ अपने माता पिता को पैतृक घर तारेगना मठ में रखते थे। आज भी परिवार के साथ जुड़ी उनकी स्मृतियां स्वजन नहीं भूल पाए हैं। शहीद की मां हीरामनी देवी बताती हैं कि पुलवामा घटना के पूर्व जब वे छुट्टी पर घर आए थे तो उन्होंने उनकी सेहत का ख्याल रख एक गाय खरीदी थी।
तलाश कर रहे थे बेटी के लिए योग्य वर
शहीद के पिता महेंद्र प्रसाद सिंह बताते हैं कि वे उन्हें अक्सर आराम करने की सलाह देते थे। पत्नी बेबी देवी बताती हैं कि पुत्री की शादी के लिए वे प्रयासरत थे। एक माह की छुट्टी व्यतीत करने के बाद नौकरी पर जाते वक्त उन्होंने कहा था कि उनका स्थानांतरण नगालैंड हो गया है, और नगालैड में सेवा शुरू करने के बाद वे फिर छुट्टी लेकर घर लौटेंगे और बड़ी पुत्री की शादी के लिए योग्य वर की तलाश करेंगे।
पुत्र को डॉक्टर बनाना चाहते थे संजय
स्वजन बताते हैं कि शहीद संजय अपने इकलौते पुत्र ओमप्रकाश उर्फ सोनू को डॉक्टर बनना चाहते थे, इसलिए वे उसे मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा भेजे थे। शहीद के मोहल्ले में रहने वाले दिलीप गिरी बताते हैं कि संजय बड़े मिलनसार स्वभाव के थे। जब कभी वे छुट्टी पर गांव आते थे तो सभी से मिलते थे व लोगों से आपस में भाईचारा बनाए रखने की सीख देते थे। वे मोहल्ले के युवकों को रोज दौडऩे का अभ्यास करने व सेना अथवा पुलिस में नौकरी करने के लिए प्रेरित करते थे।
पुलवामा में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि
सिवान: बसंतपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी आश्रम परिसर में शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पिछले वर्ष शहीद हुए जवानों की बरसी को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान पुलवामा में शहीद हुए 40 जवानों के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया तथा शहीदों की याद में नारे लगाए गए। इस मौके पर स्काउट एंड गाइड के जवानों ने शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके पूर्व स्काउट एंड गाइड के मास्टर बालेश्वर यादव के नेतृत्व में रैली निकाली गई। रैली में सभी वर्ग के लोगों ने भाग लिया।