राजधानी में रामनवमी पर नहीं निकलेगा जुलूस, सामूहिक नमाज पर प्रतिबंध, निगरानी में रहेंगे अधिकारी
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पटना के डीएम एसएसपी ने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें निर्णय लिया गया कि संक्रमण से बचाव के लिए रामनवमी के जुलूस और जुमे की सामूहिक नमाज प्रतिबंधित रहेगी।
पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से बचाव लिए लोग घरों में ही रामनवमी (Ramnavmi) और छठ व्रत करें। सामूहिक स्थलों पर किसी प्रकार के आयोजन नहीं होंगे। जुमा की नमाज भी सामूहिक रूप से आयोजित नहीं होगी। सीओ-बीडीओ और थानाध्यक्ष पंचायती राज के प्रतिनिधियों और पूजा समिति से समन्वय स्थापित कर धार्मिक आयोजन नहीं करने की अपील करेंगे। यह निर्णय बुधवार को प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक में लिया गया। कहा गया कि इस आदेश के अनुपालन की जिम्मेदारी अधिकारियों पर होगी।
संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए नहीं होंगे सामूहिक आयोजन
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा के अलावा सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी सभी एसडीओ, एसडीपीओ और नगर आयुक्त उपस्थित थे। डीएम ने बताया कि कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए सबका सहयोग जरूरी है। इस क्रम में सामूहिक आयोजन प्रतिबंधित रहेंगे। एसडीओ और एसडीपीओ को निर्देश दिया गया कि स्थानीय पूजा समितियों और पंचायती राज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सरकारी निर्देश से अवगत कराएं। रमजान के मौके पर जुमा की सामूहिक नमाज मस्जिदों में आयोजित नहीं की जाएगी। लोग घरों में ही इबादत करेंगे। इसी प्रकार चैती छठ के लिए लोग सामूहिक स्थल पर नहीं जाएंगे। रामनवमी के मौके पर जुलूस पर प्रतिबंध रहेगा।
आदेश के अनुपालन के लिए तैनात होंगे अधिकारी
सरकारी आदेश के अनुपालन के लिए संवेदनशील स्थलों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल प्रतिनियुक्त किया जाएगा। नगर आयुक्त को जिम्मेदारी दी गई है कि वार्ड पार्षदों और पूजा समिति के साथ बैठक कर सामूहिक धार्मिक आयोजन पर रोक संबंधित निर्देश से अवगत कराएं। सामूहिक आयोजन पर रोक से लोगों को अवगत कराने के लिए सभी इलाके में लाउडस्पीकर से प्रचार कराने का निर्देश दिया गया। ताकि अधिक से अधिक लोगों तक प्रशासन की बात पहुंच पाए और वे कोरोना महामारी की गंभीरता को समझ सकें।