सारण में चल रहा था नकली नोट छापने का धंधा, नेपाल से लेकर यूपी तक फैला था गिरोह का कनेक्शन
सारण जिले की पुलिस ने खैरा थाना क्षेत्र के हल्दी छपरा गांव में जाली नोट (Fake Currency) छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जाली नोट छापने की मशीन जब्त कर ली गई है। गिरोह के चार सदस्य भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं।
छपरा, जागरण संवाददाता। सारण जिले की पुलिस ने खैरा थाना क्षेत्र के हल्दी छपरा गांव में जाली नोट (Fake Currency) छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जाली नोट छापने की मशीन जब्त कर ली गई है। गिरोह के चार सदस्य भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। पुलिस ने छापेमारी में तीन लाख 33 हजार रुपये का जाली नोट भी बरामद किया है। पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि खैरा के हल्दी छपरा गांव में जाली नोट छापे जा रहे हैं। जिसके आधार पर विशेष टीम गठित कर छापेमारी की गई। इन बदमाशों के तार नेपाल से लेकर देश के कई अन्य राज्यों से भी जुड़े हुए हैं। पुलिस अब इनका नेटवर्क खंगालने में जुट गई है।
एक सौ और पांच सौ के हैं नकली नोट
हल्दी छपरा के शोएब राजा उर्फ हिकायत को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया। उसके घर से एक कलर प्रिंटर भी बरामद किया गया। उनकी निशानदेही पर खैरा के राजा कुमार, मोहम्मद गुड्डू एवं हल्दी छपरा के अनवर अली को गिरफ्तार किया गया। अनवर अली के पास से दो मोबाइल, एक बाइक एवं तीन लाख 32 हजार 500 रुपये बरामद किए गए हैं। जब्त जाली नोट 100 और 500 रुपये के हैं। पुलिस को पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया कि छठ पूजा में भीड़ में बड़े पैमाने पर जाली नोट चलाने की साजिश थी।
नेपाल से जुड़ा है जाली करेंसी का कनेक्शन
आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वे नेपाल से भी जाली नोट की तस्करी करते थे। नेपाल से नोट का खेप सारण होते हुए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों में भेजा जाता था। जून में उत्तर प्रदेश एटीएस और बिहार पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर सिवान जिले में जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इसके बाद अब छपरा में गिरोह के सदस्यों का पकड़ाना पुलिस के लिए बड़ी सफलता है।