गांधी मैदान ब्लास्ट केस के चार दोषियों को फांसी दिए जाने की तैयारी, पटना हाईकोर्ट के सामने आया मामला
Gandhi Maidan Blast Case पटना के गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट मामले में मौत की सजा पर अमल के लिए वैधानिक कार्रवाई तेज हो गई है। इसके लिए पटना हाई कोर्ट के समक्ष डेथ रेफरेंस मामला दाखिल किया गया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। पटना के गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट मामले में मौत की सजा पर अमल के लिए वैधानिक कार्रवाई तेज हो गई है। इसके लिए पटना हाई कोर्ट के समक्ष डेथ रेफरेंस मामला दाखिल किया गया है। मृत्युदंड की सजा को हाई कोर्ट से पुष्ट करवाना होता है। इस मामले में अभियोजन बतौर अपीलकर्ता फांसी की सजा को पुष्ट करने की अपील करता है। उल्लेखनीय है कि गांधी मैदान में भाजपा की हुंकार रैली में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के कुछ दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। एनआइए की विशेष अदालत ने गत एक नवंबर को इस मामले के चार दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी।
आपको बता दें कि भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के तत्कालिन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा के दौरान पटना के गांधी मैदान में 27 अक्टूबर 2013 को सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे। इसके अलावा पटना जंक्शन पर भी एक धमाका हुआ था। एनआइए के स्पेशल जज गुरविंदर सिंह मल्होत्रा ने इस मामले में चार दोषियों हैदर अली, इम्तियाज अंसारी, मोजीबुल्लाह अंसारी और नुमान अंसारी को फांसी की सजा सुनाई। अदालत ने इन सभी दोषियों पर आर्थिक जुर्माना भी लगाया था। कोर्ट ने इस मामले में इम्तियाज अंसारी पर 80 हजार रुपये और हैदर अली, मोजीबुल्लाह अंसारी और नुमान अंसारी पर 90 हजार रुपये आर्थिक जुर्माना लगाया था।
एसटीएफ के हत्थे चढ़ा कुख्यात नक्सली जितेंद्र राम
बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने सोमवार को परसा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर कुख्यात नक्सली जितेंद्र राम उर्फ अतुल उर्फ सरजी को गिरफ्तार किया है। नक्सली पर अपने साथी अग्निदेव राम के साथ मिलकर लेवी न मिलने पर चिमनी भट्ठा के मालिक रामानंद राय की हत्या का आरोप है। इसके अलावा सारण के मकेर, पानापुर, दरियापुर, परसा आदि थानों में प्राथमिकी दर्ज है। नक्सली अग्निदेव राम को भी एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।