बिहारः जिला परिषद अध्यक्ष व प्रमुख पदों के चुनाव की लामबंदी तेज, गोवा से लेकर नेपाल की सैर का आफर
अध्यक्ष व उपाध्यक्ष प्रमुख व उप प्रमुख और उप मुखिया व उप सरपंच पद के भावी प्रत्याशियों ने अभी से निर्वाचित मतदाताओं को रिझाने में जुट गए हैं। दलीय निष्ठा के आधार पर विधायक से लेकर मंत्रियों से समीकरण साधने में जुटे हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत और ग्राम कचहरियों का चुनाव संपन्न होने के बाद अब जिला परिषद अध्यक्ष व प्रमुख के साथ उप पदों के लिए आर्थिक व राजनीतिक लामबंदी तेज हो गई है। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, प्रमुख व उप प्रमुख, और उप मुखिया व उप सरपंच पद के भावी प्रत्याशियों ने अभी से निर्वाचित मतदाताओं को रिझाने में जुट गए हैं। दलीय निष्ठा के आधार पर विधायक से लेकर मंत्रियों से समीकरण साधने में जुटे हैं। यही नहीं, कोई नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्यों को गोवा ले जा रहा है तो कोई भावी प्रत्याशियों के खर्चे से नेपाल की सैर कर रहा है। इसके साथ ही मतदाताओं की खरीद-फरोख्त चरम पर है।
नामों की सूची प्रकाशित करने की तारीख तय
दरअसल, राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को 18 दिसंबर तक निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के नामों की सूची प्रकाशित करने की तारीख तय कर दी है। इसके बाद आयोग की कोशिश दिसंबर आखिरी हफ्ते तक चुनाव कार्यक्रम घोषित करने की है। ग्राम पंचायत के उप मुखिया, उप सरपंच के अलावा जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन की तिथि घोषित कर दी जाएगी। उप मुखिया और उप सरपंच के निर्वाचन के लिए सदस्यों को तीन दिन पहले नोटिस देने के बाद निर्वाचन की तारीख का निर्धारण किया जाता है। पंचायत समिति के सदस्यों को प्रमुख और उपप्रमुख के अलावा जिला पर्षद सदस्यों को जिला पर्षद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निर्वाचन के लिए सात दिन पहले नोटिस जारी होगी।
कौन कराएगा किस पद का चुनाव
आयोग की ओर से बीडीओ को उप मुखिया व उप सरपंच पद का, एसडीओ को प्रमुख व उप प्रमुख पद का और डीएम को जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
17,300 पदों पर होना है चुनाव
38 जिला परिषद अध्यक्ष
38 जिला परिषद उपाध्यक्ष
540 प्रखंड प्रमुख
534 प्रखंड उप प्रमुख
8072 उप मुखिया
8072 उप सरपंच