गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण से है दोहरा खतरा, पटना की डॉक्टर ने बताईं कुछ जरूरी बातें
गर्भवती को कोरोना संक्रमण का दोहरा खतरा होता है। कारण गर्भवती में इम्युनिटी पावर कमजोर हो जाता है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में थोड़ी सी एहतियात बरत मां-बच्चा दोनों को कोरोना से बचाव हो सकता है।
पटना, जागरण संवाददाता। गर्भवती को कोरोना संक्रमण का दोहरा खतरा होता है। कारण, गर्भवती में इम्युनिटी पावर कमजोर हो जाता है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में थोड़ी सी एहतियात बरत मां-बच्चा दोनों को कोरोना से बचाव हो सकता है। डा. शांति जैन के अनुसार, गर्भवती को कोरोना संक्रमण को लेकर काफी सतर्क रहने की जरूरत है। भीड़-भाड़ से बचना चाहिए। अत्यधिक जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलें। बाहर से आने वाले व्यक्ति को तुरंत न मिलें। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए योग करें। विशेषकर सांस से जुड़े योग कर अपने आपको सेहतमंद रख सकती हैं।
- गर्भवती को कोरोना संक्रमण का दोहरा खतरा
- गर्भवती में इम्युनिटी पावर होता है कमजोर
- गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी बढ़ जाता खतरा
- एहतियात से दोनों का कोरोना से बचाव संभव
छह महीने की गर्भवती को हुआ कोरोना संक्रमण
एजी कालोनी निवासी महिला बताती हैं कि वे छह महीने से गर्भवती हैं। उन्हें कोरोना हो गया है। उनको जब पता चला तो डर गईं। गर्भ में पल रहे बच्चे को लेकर चिंता काफी बढ़ गई थी। डाक्टरों की सलाह के अनुसार कार्य कर रही हैं। वे ठीक हैं और कोरोना नियमों का पालन कर रही हैं।
कंकड़बाग की महिला नहीं निकलतीं बाहर
कंकड़बाग निवासी महिला कहती हैं कि उनकी बेटी एक साल की होने वाली है। अभी तक बेटी को लेकर बाहर नहीं गई हैं। कोरोना से बचाने के लिए यही बेहतर तरीका है। डाक्टरों का कहना है कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। ऐसे में एहतियात बरतकर सब सुरक्षित रह सकते हैं।
गर्भवती ले सकती हैं वैक्सीन
डा. शांति जैन के अनुसार, वैक्सीन कोरोना से बचाव करती है। वैक्सीन मां और बच्चे दोनों को सुरक्षित रखती है। कोरोना से नवजात को बचाने के लिए सबसे जरूरी है कि तीन महीनों तक घर से नहीं निकलें। निकलना भी हो तो निजी गाड़ी में। लोगों से संपर्क में कम रखें।