पीपीयू में स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा के लिए बनाए गए 19 केंद्र
बाढ़ और मोकामा में परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाने से स्थानीय छात्र परेशान
पटना। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा के लिए 19 केंद्र बनाए गए हैं। कदाचारमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए 19 केंद्राधीक्षक और 38 स्टैटिक पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। चार पेट्रोलिंग टीमें बनाई गई हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए 57 हजार छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र जारी किया गया है। 24 अप्रैल से 10 मई तक दो पालियों में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
बाढ़ और मोकामा में केंद्र नहीं
परीक्षार्थियों ने बताया कि बाढ़ और मोकामा में पहली बार ऐसा हुआ कि यहां परीक्षा केंद्र नहीं बनाए गए हैं। छात्रों को परीक्षा के लिए 50 किलोमीटर का सफर तय कर बख्तियारपुर आना होगा। छात्र अभिषेक कुमार ने बताया कि इसकी शिकायत प्राचार्य से शनिवार को की तो उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से बात करने को कहा। अभिभावक श्याम किशोर सिंह का कहना है कि छात्रों को विशेष परेशानी नहीं होगी। लेकिन, छात्राओं के लिए नजदीक में केंद्र बनाना चाहिए था। विश्वविद्यालय के निर्णय से छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होगी। वजह यह है कि चुनाव के मौसम में सड़क पर वाहन भी कम चल रहे हैं।
चुनाव की वजह से करना पड़ा बदलाव
परीक्षा नियंत्रक डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि बाढ़ और मोकामा, मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। परीक्षा के दौरान ही मतदान होना है। सभी कॉलेजों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस कारण बाढ़ और मोकामा के परीक्षार्थियों के लिए बख्तियारपुर में केंद्र बनाए गए हैं। वहीं, नालंदा कॉलेज, बिहारशरीफ में मतगणना केंद्र बनाया गया है। इस कारण नालंदा में एफिलिएटेड कॉलेजों में भी केंद्र बनाना पड़ा है।