अब छिप-छिपकर नहीं मिलेंगे गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड, लगे जय श्रीराम के नारे जब नालंदा में निकली तरकीब
प्रेमी-को साथ देखकर ग्रामीणों ने प्रेमी जोड़े की शादी मंदिर में करवाने की योजना पहले से बना रखी थी। ग्रामीणों ने सिंदूर मंगवाया और बिना शुभ मुहूर्त बिना मंडप तथा बिन पंडित के शिवालय के समक्ष लड़के से लड़की की मांग भरवाकर शादी की रस्म पूरी करा दी
जागरण टीम, हरनौत (नालंदा): बिहार के नालंदा की एक प्रेम कहानी चर्चा में है। हरनौत थाना क्षेत्र के वसनीयावां पंचायत के एक गांव के युवक की शादी उसी के बगल के गांव की रहने वाली उसकी प्रमिका से करवा दी गई। जय श्रीराम के नारे के बीच लड़की के गांव के बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं इस विवाह के गवाह बने। इसी के साथ प्रेमी जोड़े का तीन साल से छिप-छिपकर मिलने का सिलसिला थम गया। लड़का और लड़की अनुसूचित जाति के हैं। आए दिन प्रेमी और प्रेमिका को साथ देखकर ग्रामीणों ने उनकी शादी मंदिर में करवाने की योजना पहले से बना रखी थी। वे अवसर की तलाश में थे। रविवार को लड़की के प्रेमी की आने की सूचना मिली थी। प्रेमी पिकअप वैन लेकर जैसे ही लड़की के गांव पहुंचा, वह भी मिलने आ गई। सूचना मिलने पर ग्रामीण भी जुट गए।
ग्रामीणों ने मंगवाया सिंदूर, भरवा दी मांग
ग्रामीणों ने सिंदूर मंगवाया और बिना शुभ मुहूर्त, बिना मंडप तथा बिन पंडित के शिवालय के समक्ष लड़के से लड़की की मांग भरवाकर शादी की रस्म पूरी करा दी। सिंदूरदान के समय ग्रामीणों ने भगवान श्रीराम के नाम का जयकारा लगा इस विवाह का समर्थन किया। ग्रामीणों के अनुसार, लड़का पिकअप वैन चला कर जीविका चलाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि लड़का अकसर वाहन लेकर लड़की के गांव की सड़क से ही गुजरता था।
प्रेम में बदली चंद दिनों की मुलाकात
इसी बीच दोनों मिले और फिर मोबाइल पर बात होने लगी। दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे। इस प्रेम कहानी की जानकारी लड़की के स्वजन एवं ग्रामीणों को भी हो गई। लोग रोज प्रेमी युगल को मिलते देखते थे। इसलिए तय किया कि दोनों की शादी करा दी जाय। इस शादी की चर्चा प्रखण्ड क्षेत्र में हो रही है। हरनौत थाने की पुलिस ने इस शादी को लेकर अनभिज्ञता जताई है।