Sushant Singh Rajput Death Case में अब बिहार में सियासत, मंत्री महेश्वर हजारी ने रिया को बताया विषकन्या
Sushant Singh Rajput Death Case सुशांत की मौत के मामले में पिता द्वारा पटना में एफआइआर दर्ज कराने के बाद राजनीति गर्म है। खास बात यह है कि चिराग व तेजस्वी के सुर एक हो गए हैं।
पटना, जेएनएन। Sushant Singh Rajput Death Case: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में पिता केके सिंह द्वारा पटना में एफआइआर दर्ज कराने के बाद बिहार में सियासत गरमाती दिख रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शोकाकुल परिवार से नहीं मिलने पर सवाल उठाए हैं तो सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जनता दल यूनाइटेड के सहयागी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी मुख्यमंत्री को उनकी खामोशी को लेकर निशाने पर लिया है। कई नेताओं ने इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग रखी है।जबकि, सुशांत के पिता के वकील केके सिंह बताते हैं कि उनकी एफआइआर कराने में मुख्यमंत्री की पहल मददगार बनी। वहीं मंत्री व जेडीयू नेता महेश्वर हजारी ने रिया चक्रवर्ती को विषकन्या कहकर संबोधित कर दिया है।
एफआइआर के बाद फिर नए सिरे से गर्म हुई राजनीति
विदित हो कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बीते 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। इसे सुसाइड का मामला माना गया है। इस मामले में बॉलीवुड में परिवारवाद व प्रताड़ना को लेकर सलमान खान व करन जौहर सहित कई पर आरोप लगाए गए हैं। सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर भी सुसाइड के लिए उकसान का आरोप लगा है। इस मामले में मुंबई पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाए जाते रहे हैं। राजतीजिक बयानबाजी भी होती रही है। लेकिन अब सुशांत के पिता के बयान पर पटना के राजीव नगर थाने में रिया चक्रवर्ती समेत छह लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद राजनीति फिर नए सिरे से गर्म हो गई है।
चिराग ने सीएम नीतीश की खामोशी पर खड़े किए सवाल
एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खामोशी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कर मामले में सीबीआइ जांच की मांग भी की है। चिराग ने बताया कि उन्होंने नीतीश कुमार से उद्धव ठाकरे से बात करने का आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने (नीतीश कुमार ने) इसपर कोई पहल नहीं की। चिराग बीते कुछ समय से नीतीश सरकार के काम-काज पर सवाल खड़े करते रहे हैं। सुशांत सिंह राजपूत का मामला इसकी ताजा कड़ी है। इस मामले में उनके सुर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मिलते दिखे।
तेजस्वी ने पूछा- क्यों नहीं की सीबीआइ जांच की पहल?
उधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के सुशांत सिंह राजपूत के परिवार से मुलाकात नहींं करने का मुद्दा उठाया। चिराग के सुर में सुर मिलाते हुए तेजस्वी ने पूछा कि मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात कर मामले की सीबीआइ जांच की मांग क्यो नहीं की है? उन्होंने बिहार के राजगीर में बन रही फिल्म सिटी का नाम सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर करने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उदासीनता की भी बात कही।
गठबंधन अलग पर एक दिख रहे चिराग-तेजस्वी के सुर
चिराग पासवान व तेजस्वी यादव बीते कुछ समय से एक सुर में बोल रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के मतदान के समय की बात हो या कोरोना संकट व कानून-व्यवस्था सहित अन्य बड़े मुद्दे, तेजस्वी की तरह ही चिराग भी राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं। अब दोनों नेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में भी एक सुर से बोल रहे है। हालांकि, जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने बचाव करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार बिहार के पहले नेता हैं, जिन्होंने सुशांत की मौत पर अपनी संवेदना प्रकट की थी। उन्होंने इस मसले पर सियासत नही करने की भी सलाह दी।
मंत्री महेश्वर हजारी ने रिया को बताया सुपारी किलर
इस मामले में बिहार सरकार में मंत्री व जेडीयू नेता महेश्वर हजारी (Maheshwar Hazari) ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) को सुपारी किलर एवं बॉलीवुड की विषकन्या तक कह डाला है। उन्हाेंने हरया के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह कहते हुए कि रिया को बचाने की कोशिश में बॉलीवुड के एक गिरोह के साथ मुंबई पुलिस के कुछ लोग भी जुट गए हैं, मामले की सीबीआइ जांच की मांग की।
विभिन्न दलों से उठी सीबीआइ जांच की मांग
विभिन्न दलों के अनेक नेताओं ने सीबीआइ जांच की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वे सीबीआइ जांच के लिए पहले करेंगे। इससे पहले उन्होंने एक वकील से सुशांत की मौत के हालात और सीबीआइ जांच की संभावनाओं पर गौर करने को कहा था। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने भी सीबीआइ जांच की मांग की है। जन अधिकार पार्टी प्रमुख पप्पू यादव भी सीबीआइ जांच की मांग करते रहे हैं।
दोषियों को मिले सजा, स्मृति में बने अस्पताल
बिहार कांग्रेस प्रभारी व राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि सुशांत के मामले में न्याय मिलना चाहिए। दोषी को कड़ी सजा मिले। महाराष्ट्र पुलिस और बिहार पुलिस जो भी सूचनाएं हैं, उन्हें साझा कर मिलकर जांच करें। सुशांत की याद में पटना में एक बड़ा अस्पताल और स्मारक भी बने।