बिहार में कानून-व्यवस्था पर गरमाई सियासत, चिराग पासवान को चाहिए राष्ट्रपति शासन तो कांग्रेस चाहती फुलटाइम गृहमंत्री
बिहार में एनडीए सरकार के एक महीने के दौरान ही कई बड़ी वारदातें हुईं हैं। विपक्ष के साथ केंद्र में एनडीए का घटक एलजेपी भी यहां कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठा रहा है। चिराग पासवान के नेतृत्व में एलजेपी ने तो राज्य में राष्ट्रपति शासन तक की मांग रखी है।
पटना, स्टेट ब्यूरो। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनने के बाद से बढ़े अपराध पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) कई हाई लेवल बैठकें कर चुके हैं। इस बीच यहां की कानून-व्यवस्था को लेकर चिराग पासवान के नेतृत्व में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने राष्ट्रपति शासन (President Rule) की मांग की है। उधर, कांग्रेस (Congress) ने भी राज्य में फुलटाइम गृहमंत्री (Full Time Home Minister) की मांग रखी है। एलजेपी के साथ-साथ विपक्ष के हमले के बीच एनडीए के नेता भी सरकार के बचाव में उतर आए हैं।
एलजेपी ने राष्ट्रपति शासन को ले अमित शाह को लिखा पत्र
एलजेपी बिहार में भले ही एनडीए से बाहर हो, वह केंद्र में अभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार के साथ है। लेकिन पार्टी सुप्रीमो चिराग पासवान को बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार नहीं है। ऐसे में एलजेपी केंद्र में एनडीए का हिस्सा रहते हुए बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ हमले का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही है। ताजा मामला बिहार में हाल के दिनों में बढ़े अपराध को लेकर एलजेपी द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग का है। बिहार में कानून-व्यवस्था के बदतर हालात व बढ़ते अपराध के आरोप में एलजेपी के बिहार मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू द्वारा भेजे गए इस पत्र में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से आग्रह किया गया कि वे बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए पहल करें।
बिहार में आए दिन हो रहीं हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसी गंभीर घटनाएं
एलजेपी के मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने बताया कि बिहार में आए दिन हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसी गंभीर घटनाओं से जनता हलकान है। नीतीश सरकार अपराधियों पर अंकुश लगा पाने में विफल हो रही है। जब से प्रदेश में नई सरकार बनी है, कोई भी ऐसा दिन नहीं गुजरा जब अपराधियों ने कोई छोटी या बड़ी घटना अंजाम नहीं दिया हो।
'सात निश्चय पार्ट- 2 को बताया 'जंगलराज पार्ट- 2' का पर्याय
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन पर हमलावर एलजेपी के प्रवक्ता राजेश भट्ट ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के 'सात निश्चय पार्ट- 2 को 'जंगलराज पार्ट- 2' बताया। उन्होंने कहा कि 'सात निश्चय' व अब 'सात निश्चय पार्ट- 2' में भ्रष्टाचार है।
केवल बैठकें कर रहे नीतीश, यहां चाहिए फुलटाइम गृहमंत्री
बिहार में एनडीए की नई सरकार के एक महीने के भीतर कई बड़ी वारदातों के होने के बाद अब विपक्ष सरकार को 'जंगल राज: पार्ट- 2' तथा ' महा जंगल राज' आदि की संज्ञा दे रहा है। कांग्रेस के प्रवेक्ता प्रेमचंद मिश्रा कहते हैं कि राज्य को एक फुल टाइम गृहमंत्री चाहिए। विदित हो कि फिलहाल राज्य का गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही प्रभार में है। आरजेडी नेता व पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने क्राइम कंट्रोल को ले मुख्यमंत्री की बैठकों पर तंज कसते हुए कहा है कि वे केवल बैठकें ही कर सकते हैं, कार्रवाई नहीं।
एनडीए ने दिया विपक्ष को जवाब, एलजेपी पर बीजेपी मौन
विपक्ष के हमले का एनडीए ने भी जवाब दिया है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि बिहार में अपराध की स्थिति राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कानून-व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता संजय मयूख ने कहा कि विपक्ष बेबुनियाद आराप लगा रहा है। खास बात यह भी है कि बीजेपी ने एलजेपी के हमले पर मौन साध लिया। बीजेपी प्रवक्ता अफजल शम्शी कहते हैं कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का हक है।