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ममता VS सीबीआइ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में फिर गरमाई सियासत

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सीबीआइ के बीच उपजे विवाद पर बिहार में भी सियासी बाजार गर्म है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद वार-पलटवार की राजनीति शुरू हो गई है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 04 Feb 2019 02:17 PM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 09:24 PM (IST)
ममता VS सीबीआइ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में फिर गरमाई सियासत
ममता VS सीबीआइ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में फिर गरमाई सियासत

पटना, जेएनएन। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सीबीआइ अफसरों को हिरासत में लिये जाने को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का भी फैसला आ गया है। इसे लेकर एक बार फिर बिहार की सियासत तेज हो गई है। ममता बनर्जी के समर्थन व विरोध में राजनीतिक दल अपने-अपने ढंग से बयानबाजी करने में लग गए हैं। लेकिन खास बात कि महागठबंध में शामिल हम पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी ने ममता बनर्जी के धरना को गलत बताया है। उन्‍होंने कहा कि ममता बनर्जी को कोर्ट जाना चाहिए। वहीं सीपीआई ने साफ कह दिया है कि वह ममता के साथ खड़ी नहीं है। 
जीतनराम मांझी और दीपकंर भट्टाचार्य बोले
हम के मुखिया व बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतनराम मांझी ने मंगलवार को पटना में कहा कि सीएम पद पर रहते हुए ममता बनर्जी का धरना देना गलत है। उनके साथ ज्‍यादती हो रही है तो उन्‍हें कोर्ट जाना चाहिए। हालांकि मांझी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के सीबीआई का दुरुपयोग जगजाहिर है। दूसरी ओर बिहार के बेतिया जिले में भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने  कहा कि उनकी पार्टी सीबीआई के दुरुपयोग सहित कई मामलों पर केंद्र सरकार के खिलाफ है, लेकिन वह ममता बनर्जी के साथ खड़ी नहीं हो सकती है। उन्‍होंने कहा कि सीबीआई का दुरुपयोग ठीक नहीं है, मगर ममता बनर्जी जो कर रही हैं, उसे भी सही नहीं कहा जा सकता है। 
राजद-कांग्रेस ने दिया ममता का साथ 
उधर कांग्रेस व राजद पूरी तरह ममता बनर्जी के साथ हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने कहा कि एक साजिश के तहत केंद्र सरकार विरोधियों को सीबीअाडी, इडी, आइटी जैसी एजेंसियों का भय दिखाती है और कार्रवाई कराती है। उन्‍होंने कहा कि ममता बनर्जी ने ठीक कदम उठाया है और राजद उसका पूरा समर्थन करता है। सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि पश्चिम बंगाल में केंद्र संवैधानिक ढांचे को खत्‍म कराना चाहता है, ले‍किन राजद ऐसा नहीं होने देगा। राजद लोकतंत्र के पाये को नहीं गिरने देगा। वहीं राजद विधायक एज्‍या यादव ने कहा कि चोर कौन है, यह जनता तय करेगी। दरअसल महागठबंधन के बढ़ते कदम से बीजेपी की सरकार बौखला गई है। विपक्षी एकता देखकर एनडीए सहम गया है। उन्‍होंने कहा कि 2014 में तो एनडीए खुद ही 45 दलों का गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। वहीं राजद प्रवक्‍ता भाई बीरेंद्र ने कहा कि ममता बनर्जी बहादुर महिला हैं। इसी तरह कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि बीजेपी सरकार अपने विरोधियों को दबाने के लिए गलतढंग से जांच एजेंसियों का सहारा लेती है। सीबीआई का दुरुपयोग करती है। पश्चिम बंगाल की राजनीति उसी का परिणाम है। जबकि प्रदेश कार्यकारी अध्‍यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सीबीआइ का दुरुपयोग कर रहे हैं। यूपी के बाद अब बंगाल में सीबीआइ को भेजा गया। बीजेपी नहीं चाहती है कि देश संवैधानिक ढंग से चले। 
ममता के विरोध में उतरा एनडीए 
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का अादेश आ गया है। पुलिस कमिश्‍नर राजीव कुमार से अब सीबीआइ पूछताछ करेगी। शिलांग में उनसे पूछताछ होगी। ऐसे में अब ममता बनर्जी क्‍या करेंगी। जबकि राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी गलत कर रही हैं। यदि इविडेंस खत्‍म करने की साजिश हो रही है, तो यह अपराध है। सबसे कड़क अंदाज में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे नजर आए। उन्‍होंने कहा कि बंगाल किसी की बपौती नहीं है। वहां कोई भी आ-जा सकता है। दरअसल वे यूपी के सीएम आदित्‍य नाथ पर बंगाल जाने के रोक पर बरस रहे थे। उन्‍होंने धरने पर भी कटाक्ष किया। इसी तरह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सरकारी स्‍तर यह टेररिज्‍म फैलाने की साजिश रची जा रही है। संवैधानिक ढांचे को खत्‍म करने की साजिश की जा रही है।  जदयू नेता श्याम रजक ने कहा कि ममता दीदी को शिकायत है तो कोर्ट की शरण में जाएं। उन्होंने कहा कि बंगाल में संवैधानिक मर्यादा का हनन हुआ है। इसी तरह, लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि इस तरह की गंदी राजनीति नहीं हो। 

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