प्रशांत की JDU में एंट्री पर गरमाई सियासत, RJD ने बताया डूबती नैया पर सवारी
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जदयू में शामिल हो गए हैं। इसपर बिहार में पक्ष-विपक्ष की राजनीति गर्म है। किसने क्या कहा, जानिए इस खबर में।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 03:40 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 10:10 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। जदयू राज्य कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। प्रशांत की राजनीति में एंट्री से बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है। आगामी लोकसभा चुनाव में उनके जदयू प्रत्याशी बनने के कयास लगाए जा रहे हैं।
उधर, पक्ष-विपक्ष के राजनेताओं ने उनके जदयू में शामिल होने पर प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने का जहां जदयू व भाजपा ने स्वागत किया है, वहीं प्रमुख विपक्षी राजद ने इसे डूबती नैया पर सवारी करार दिया है।
जदयू-भाजपा ने किया स्वागत
प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने का पार्टी नेताओं ने स्वागत किया है। जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि उनके आने से दल को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।
उनके जदयू में शामिल होने का भाजपा ने भी स्वागत किया। उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने से राजग को बिहार में सभी 40 सीटें जीतने के अभियान में नई ताकत मिलेगी। भाजपा नेता व मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि प्रशांत किशोर जैसे अनुभवी लोगों के आने से राजग को फायदा होगा। इससे राजग और मजबूत होगा।
राजद बोला: डूबती नैया पर सवार हो गए हैं प्रशांत
दूसरी ओर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि सबको राजनीति में आने का अधिकार है। लेकिन, इससे राजद पर कोई असर नहीं पडऩे वाला है।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि हर आदमी नेता बन सकता है, लेकिन अब प्रशांत किशोर को पता चल जाएगा कि राजनीति क्या चीज है। कहा कि प्रशांत खुद फ्लॉप हैं और अब डूबती नाव में सवार हो गए हैं। वे नीतीश कुमार को हारने से नही बचा सकते हैं। 2015 के चुनाव में लालू प्रसाद यादव के वोट पर प्रशांत को कामयाबी मिली थी। बाद में उत्तर प्रदेश जाकर प्रशांत ने खुद को आजमा लिया है।
राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी कहा कि एक क्या सौ प्रशांत भी जदयू की डूबती नाव को किनारे नही लगा सकते हैं। उधर, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने कहा कि प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने से राजद की नही, भाजपा की परेशानी बढ़ेगी।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि जदयू की डूबती नैया को प्रशांत किशोर नहीं बचा सकते। जदयू में उनके शामिल करने से एक बात स्पष्ट हो गई है कि वह मान चुकी है कि बिहार में उसकी नैया डूबने
वाली है। इसलिए तिनके के सहारे के रूप में प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता तेजस्वी यादव को अगला मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुकी है। लोकसभा के चुनाव में भी राजग का सफाया तय है। एक क्या दर्जनों प्रशांत किशोर जदयू सहित राजग को नहीं उबार सकते।
उधर, पक्ष-विपक्ष के राजनेताओं ने उनके जदयू में शामिल होने पर प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने का जहां जदयू व भाजपा ने स्वागत किया है, वहीं प्रमुख विपक्षी राजद ने इसे डूबती नैया पर सवारी करार दिया है।
जदयू-भाजपा ने किया स्वागत
प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने का पार्टी नेताओं ने स्वागत किया है। जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि उनके आने से दल को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।
उनके जदयू में शामिल होने का भाजपा ने भी स्वागत किया। उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने से राजग को बिहार में सभी 40 सीटें जीतने के अभियान में नई ताकत मिलेगी। भाजपा नेता व मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि प्रशांत किशोर जैसे अनुभवी लोगों के आने से राजग को फायदा होगा। इससे राजग और मजबूत होगा।
राजद बोला: डूबती नैया पर सवार हो गए हैं प्रशांत
दूसरी ओर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि सबको राजनीति में आने का अधिकार है। लेकिन, इससे राजद पर कोई असर नहीं पडऩे वाला है।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि हर आदमी नेता बन सकता है, लेकिन अब प्रशांत किशोर को पता चल जाएगा कि राजनीति क्या चीज है। कहा कि प्रशांत खुद फ्लॉप हैं और अब डूबती नाव में सवार हो गए हैं। वे नीतीश कुमार को हारने से नही बचा सकते हैं। 2015 के चुनाव में लालू प्रसाद यादव के वोट पर प्रशांत को कामयाबी मिली थी। बाद में उत्तर प्रदेश जाकर प्रशांत ने खुद को आजमा लिया है।
राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी कहा कि एक क्या सौ प्रशांत भी जदयू की डूबती नाव को किनारे नही लगा सकते हैं। उधर, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने कहा कि प्रशांत किशोर के जदयू में शामिल होने से राजद की नही, भाजपा की परेशानी बढ़ेगी।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि जदयू की डूबती नैया को प्रशांत किशोर नहीं बचा सकते। जदयू में उनके शामिल करने से एक बात स्पष्ट हो गई है कि वह मान चुकी है कि बिहार में उसकी नैया डूबने
वाली है। इसलिए तिनके के सहारे के रूप में प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता तेजस्वी यादव को अगला मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुकी है। लोकसभा के चुनाव में भी राजग का सफाया तय है। एक क्या दर्जनों प्रशांत किशोर जदयू सहित राजग को नहीं उबार सकते।
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