चिराग की चेतावनी से टेंशन में BJP, बिहार की सियासत में अटकलें तेज, आगे-आगे देखिए होता है क्या
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजग में सब कुछ सामान्य नहीं दिख रहा। लोजपा की नाराजगी को गठबंधन में एक और फूट का संकेत माना जा रहा है। पड़ताल करती रिपोर्ट।
पटना [जेएनएन]। लाेजपा सांसद चिराग पासवान ने बुधवार को ट्वीट कर चेतावनी क्या दी, बीजेपी टेंशन में आ गयी है। इस ठंड के मौसम में बिहार की सियासत में अचानक गरमाहट आ गई है। राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज हो गई हैं। चिराग पासवान क्या करेंगे, क्या नहीं करेंगे, इस पर लोजपा में भी कोई बाेलनेवाला नहीं है। वहीं बीजेपी भी अभी इस पर मुंह खोलना नहीं चाह रही है।
दरअसल चिराग पासवान ने सीट शेयरिंग को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को चेतावनी दी। इसके बाद अचानक से बिहार की राजनीति में उबाल आ गया। चिराग पार्टी सुप्रीमो रामविलास पासवान के बेटे हैं। पार्टी के सभी बड़े फैसले वही ले रहे हैं। इस कारण उनके ट्वीट के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं। इससे राजग से उपेंद्र कुशवाहा की विदाई के बाद अब सीट शेयरिंग के मुद्दे पर लोजपा की नाराजगी भी सार्वजनिक हुई है। ट्वीट में चिराग की बीजेपी से नाराजगी साफ दिखती है।
नाजुक मोड़ से गुजर रहा गठबंधन
अपने ट्वीट में चिराग पासवान कहते हैं कि टीडीपी व रालोसपा के जाने के बाद गठबंधन नाजुक मोड़ से गुजर रहा है। ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मानपूर्वक तरीके से दूर करे। ट्वीट पर गौर करें तो इसमें गठबंधन में बचे हुए साथियों की चिंताओं को 'समय रहते' दूर करने की बात है। इसमें टीडीपी और रालोसपा के उदाहरण भी दिए गए हैं। सवाल यह है कि 'समय सीमा' क्या है और चिंताओं का सम्मानजनक समाधान क्या है?
दी नुकसान की चेतावनी
चिराग पासवान एक और ट्वीट में लिखते हैं कि गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाक़ात हुई, परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पायी है। इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो नुक़सान भी हो सकता है। स्पष्ट तौर पर इस ट्वीट में 'नुकसान' की चेतावनी दी गई है।
ट्वीट के बाद गरमाई सियासत
चिराग के ट्वीट के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है। सत्ताधारी राजग के नेता इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पा रहे, जबकि विपक्षी महागठबंधन के नेता इसे फूट का संकेत बता रहे हैं।
राजद-कांग्रेस का दावा: राजग छोड़ेंगे पासवान: राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि जीतनराम मांझी व उपेंद्र कुशवाहा के बाद अब राम विलास पासवान भी राजग छोड़ेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्र के अनुसार राजग में एकता महज दिखावा है। इसमें एक और फूट तय है। चिराग पासवान के ट्वीट का भावार्थ समझना होगा। उपेंद्र कुशवाहा के बाद अब चिराग ने भी अपनी मंशा जाहिर कर दी है।
भाजपा-जदयू बोले: राजग में ऑल इज वेल: विपक्ष के हमले से अलग सत्ता पक्ष चिराग के बयान को समान्य बता रहा है। जनता दल यूनाइटेड के राजीव रंजन कहते हैं कि राजग में कोई विवाद है ही नहीं। गठबंधन के सभी दल मिलकर लड़ेंगे और सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करेकंगे। भाजपा के निखिल आनंद के अनुसार लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान का बड़ा सम्मान है। समय रहते सारी बातें तय हो जाएंगी। कहीं कोई विवाद नहीं है।
इस कारण धरीं रह गईं लोजपा की उम्मीदें
सवाल यह है कि जब भाजपा-जदयू के अनुसार कोई विवाद है ही नहीं तो चिराग को ऐसा बयान क्यों देना पड़ा? दरअसल, राजग से उपेंद्र कुशवाहा की विदाई के बाद माना जा रहा था कि इसका फायदा लोजपा को होगा। लेकिन रालोसपा के सभी सांसद-विधायक उपेंद्र कुशवाहा से टूटकर राजग में ही रह गए हैं। ऐसे में रालोसपा के हिस्से की सीटें उन्हें ही मिलने की उम्मीद है। संभवत: इस कारण लोजपा की अधिक सीटों की उम्मीदें धरी रह गईं हैं।
आगे-आगे देखिए होता है क्या?
ऐसे में अब सवाल यह है कि लोजपा क्या करेगी? ट्वीट में दर्ज 'नुकसान' का मतलब क्या है, यह तो फिलहाल स्पष्ट नहीं, लेकिन राजनीति से जुड़े कुछ लोग इसे राजग छोड़ने की धमकी भी मान रहे हैं। अब आगे-आगे देखिए, क्या होता है।