पुलिस ने अनंत सिंह के करीबी के घर की खिड़की-दरवाजा तक लिया उखाड़, घंटो चली कार्रवाई Patna News
पंडारक थाने की पुलिस ने लल्लू मुखिया उर्फ कर्मवीर यादव के गुलबबाग स्थित मकान का खिड़की-दरवाजा तक उखाड़ डाला।
पटना, जेएनएन। पंडारक थाने की पुलिस ने लल्लू मुखिया उर्फ कर्मवीर यादव के आत्मसमर्पण नहीं करने पर बुधवार को गुलबबाग स्थित मकान का खिड़की-दरवाजा तक उखाड़ डाला। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बीच देर शाम तक कुर्की की कार्रवाई चली। बाढ़ बीडीओ (प्रखंड विकास पदाधिकारी) को बतौर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। उनके नेतृत्व में रात तक जब्ती सूची तैयार की गई।
मंगलवार रात मोकामा थाने के बाहर हंगामे के बाद पुलिस की कार्रवाई से खौफजदा लल्लू मुखिया के समर्थक कुर्की का विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। लोग दबी जुबान में कह रहे थे कि जिस मकान की कुर्की की गई, वो लल्लू मुखिया के दादा के नाम पर है। अब तक उनके बेटों में संपत्ति का बंटवारा नहीं हुआ। लेकिन, कोई कागजात लेकर पुलिस के सामने नहीं गया।
मजदूरों की कमी से हुई देरी
मकान के आंगन में पुलिस बैठी रही और मजदूर सामान निकाल बरामदे में रख रहे थे। शांतिपूर्ण माहौल में कुर्की की कार्रवाई चली। एक पुलिस अधिकारी की मानें तो मजदूरों की कमी के कारण कार्रवाई में देरी हुई। इससे पहले पुलिस कोर्ट में लल्लू मुखिया और अनंत सिंह के आत्मसमर्पण करने का इंतजार करती रही। इधर, पुलिस ने लल्लू मुखिया के भाई रणवीर यादव को जेल भेज दिया। वहीं बाढ़ पुलिस ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद इश्तेहार चस्पा करने के लिए आदेश मांगा। लेकिन साक्ष्य के अभाव में नहीं मिल सका।