बक्सर के सिमरी में शराब कारोबारियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी पुलिस
सिमरी बड़का राजपुर मुख्य मार्ग से गत तीन दिन पूर्व शराब के तीन बड़े कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गई है। गिरफ्तार कारोबारियों ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अपने नेटवर्क से संबंधित जो अहम जानकारियां दी हैं।
संवाद सहयोगी, सिमरी(बक्सर) : सिमरी बड़का राजपुर मुख्य मार्ग से गत तीन दिन पूर्व शराब के तीन बड़े कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुट गई है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार कारोबारियों ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अपने नेटवर्क से संबंधित जो अहम जानकारियां दी हैं, उससे जिले में उनका एक बड़ा रैकेट तंत्र होने की बात सामने आ रही है।
इस आशय की जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद चोरी छिपे शराब की बिक्री करने वालों की अब खैर नहीं है। पुलिस ने अभी तक इस अवैध धंधे में शामिल करीब तीन दर्जन विक्रेताओं को चिन्हित किया है। जिसमें आम से खास तक शामिल है। इसके अलावे पुलिस ने अन्य स्रोतों के माध्यम से भी कुछ लोगों को चिह्नित किया है जो प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से इस धंधे में शामिल धंधेबाजों को अपना नैतिक सहयोग दे रहे हैं। थानाध्यक्ष की माने तो शराबबंदी कानून को तोडऩे वाले को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जो भी इसकी जद में आएंगे पुलिस न सिर्फ उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी बल्कि, उनकी संपत्ति भी जब्त होगी। बताते चलें कि शराब तस्करी को लेकर तिलक राय के हाता इलाका पूरी तरह बदनाम हो चुका है। कोई ऐसा दिन नहीं जब यूपी से शराब की एक बड़ी खेप गंगा पार कराकर इलाके में न खपाई जाती हो। मगर आश्चर्य तो इस बात का है कि ओपी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यदि सिमरी थाना पुलिस सक्रिय नहीं होती तो शायद इतने बड़े रैकेट तंत्र का पर्दाफाश नहीं हुआ होता। चूंकि ओपी पुलिस न जाने क्यों शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने में अपने को असहज महसूस करती है। हालांकि इस बारे में जब ओपी प्रभारी रवींद्र कुमार से संपर्क स्थापित किया गया तो उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस कार्रवाई करने से गुरेज नहीं करती। मगर जनता को इनकी बातों पर विश्वास नहीं हो रहा है। नाम नही छापने की शर्त पर कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि तिलक राय के हाता पुलिस के संरक्षण में यह धंधा इलाके में पूरी तरह पांव जमा चुका है और इसको जड़ से समाप्त करना पुलिस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगी।