छपरा में पूर्व विधायक के बेटे की हत्या के मामले में नहीं मिला कोई सुराग, अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी
Murder in Chhapra छपरा के पूर्व विधायक राम प्रवेश राय के पुत्र प्रिंस की हत्या के मामले में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ दर्ज कराई गई प्राथमिकी मृतक के बड़े भाई आनंद ने दर्ज कराई प्राथमिकी चालक से पूछताछ जारी
पटना/छपरा, जेएनएन। जदयू के पूर्व विधायक राम प्रवेश राय के पुत्र की हत्या मामले की गुत्थी समझने की बजाय उलझती नजर आ रही है। घटना से ठीक पहले विधायक पुत्र के साथ मौजूद वाहन चालक को हिरासत में लेने के बाद भी पुलिस के हाथ कोई अहम सुराग नहीं लग सका है। फिलहाल पुलिस जांच और पूछताछ जारी रखे हुए है। इस मामले में मृतक के बड़े भाई नगर थाना क्षेत्र के दहियावां नगीना सिंह गली निवासी आनंद कुमार ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
अपनी होने वाली ससुराल गया था प्रिंस
दर्ज प्राथमिकी में मृतक के बड़े भाई ने बताया है कि उनका भाई प्रिंस कुमार, गौरा ओपी क्षेत्र के नरहरपुर गांव निवासी केशव सिंह की स्कॉर्पियो से अपनी होने वाली ससुराल रसूलपुर थाना क्षेत्र के इटहरी गांव मनोज राय के घर गया था। वहां से दोनों भाइयों की बातचीत रात्रि 8:30 पर हुई। इसके बाद उसके द्वारा उसे वापस घर आने के लिए कहा गया। इस दौरान केशव सिंह का स्काॅर्पियो चालक रविंद्र कुमार साह उसे लेकर पुनः छपरा आया और उसके कथनानुसार उसने शिशु पार्क के समीप उसके भाई को छोड़ दिया और घर चला गया। इधर, रात के 9:40 पर उनके भाई का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। रात भर पूरा परिवार प्रिंस की तलाश करता रहा।
नजदीक से गोली मारकर की गई थी हत्या
आनंद के मुताबिक अगली सुबह में विशाल कुमार उर्फ कल्लू के द्वारा उन्हें फोन पर बताया गया कि पुराना चिराई घर के समीप गोली मारकर एक युवक की हत्या की गई है। मृतक प्रिंस के जैसी ही जैकेट पहने हुए है। तब वह भागे भागे चिराई घर पहुंचे, जहां से शव को अस्पताल ले जाया गया था और वहां पहुंचकर उनके द्वारा अपने भाई प्रिंस की पहचान की गई। इस मामले में उनके द्वारा अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। विदित हो कि जदयू के पूर्व विधायक रामप्रवेश राय एवं मढ़ौरा भाग-1 के जिला परिषद पतासो देवी के छोटे पुत्र प्रिंस कुमार की हत्या बुधवार की रात बस स्टैंड के नजदीक जंक्शन जाने वाले रास्ते में पुराना चिराई घर से पहले ही गोली मारकर की गई थी। गोली उसके सीने पर सटाकर मारी गई थी। अपराधियों द्वारा चलाई गई गोली उसके सीने को छेदते हुए पीठ के रास्ते आर पार हो गई थी। उसका शव गुरुवार की सुबह वहां से बरामद किया था।
बस स्टैंड के इर्द-गिर्द छुपा है हत्या का राज
पूर्व विधायक पुत्र का एक आवास बस स्टैंड के नजदीक पेट्रोल पंप से सटे हुए है। उसके स्काॅर्पियो चालक के अनुसार उसे रात्रि करीब 10:00 बजे शिशु पार्क के समीप छोड़ा गया था और उसका शव बस स्टैंड से आगे चिरई घर के समीप से बरामद किया गया था। ऐसे में वह शिशु पार्क से गर्ल स्कूल को पार करते हुए बस स्टैंड तक पहुंचा होगा। इसके बाद बस स्टैंड के समीप से ही उसे चिराई घरवाले सुनसान रास्ते में ले जाकर गोली मारी गई है। ऐसी स्थिति में घटनास्थल और चालक द्वारा उसे शिशुपार्क के समीप उतारे गए दोनों के मध्य में बस स्टैंड है। वहीं बस स्टैंड स्थित उसके घर से घटनास्थल की दूरी भी करीब 150 गज के आसपास ही है। ऐसे में बस स्टैंड के समीप लगे सीसीटीवी फुटेज काफी अहम साबित होंगे।
बस स्टैंड है बदमाशों का अड्डा, रात्रि में भी मिल जाती है शराब
मृतक प्रिंस और उसके परिवार का बस स्टैंड से भी पुराना नाता रहा है और उस परिवार की कुछ बसें आज भी चलती हैं। वहीं बस स्टैंड पूरी तरह दलालों और बदमाशों के कब्जे में है। यहां के बदमाश पैसेंजर को सरकारी और निजी बस जिसमें चाहते हैं, अपनी मर्जी से बैठा कर भेजते हैं। और तो और यह बदमाश अपने वाहन को बस स्टैंड के अंदर भी कैंपस में खड़ी कर देते हैं, लेकिन बस स्टैंड प्रशासन इस पर चुप्पी साधे रहता है। जिसमें बस स्टैंड कर्मियों की कहीं ना कहीं इन बदमाशों से सांठगांठ रहती है। जिससे जहां सरकारी बस स्टैंड को राजस्व की क्षति होती है। वहीं बस स्टैंड में रात के समय चाय मिले या ना मिले शराब जरूर मिल जाती है। जिसके कारण रात्रि में भी बस स्टैंड के अंदर कुछ बदमाश मिल जाते हैं। वही बस स्टैंड परिसर में शराब पीने के बाद कार्यालय के पीछे झाड़ में शराब की बोतलें फेंक देते हैं। जोकि छापेमारी के दौरान प्राप्त किए जा सकते हैं।