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शव तक खोज नहीं सकी पुलिस, स्वजनों ने पुतला बनाकर किया अंतिम संस्कार

पटना। लावारिस शव मिलने के बाद उसकी शिनाख्त के लिए 72 घंटे का समय मिलता है। ऐसा इसलिए ताकि अन्य थानों

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 01:50 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 06:14 AM (IST)
शव तक खोज नहीं सकी पुलिस, स्वजनों ने पुतला बनाकर किया अंतिम संस्कार
शव तक खोज नहीं सकी पुलिस, स्वजनों ने पुतला बनाकर किया अंतिम संस्कार

पटना। लावारिस शव मिलने के बाद उसकी शिनाख्त के लिए 72 घंटे का समय मिलता है। ऐसा इसलिए ताकि अन्य थानों में उसकी तस्वीर और सूचना प्रसारित कर जानकारी जुटाई जा सके। लेकिन, बिहार पुलिस लावारिस शव मिलने पर शिनाख्त में भी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाती है।

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शायद यहीं वजह रहा कि दानापुर के आभूषण कारोबारी का शव शनिवार को मोतिहारी के चिरैंया थाना क्षेत्र में बरामद हुआ, पर पटना पुलिस तक मृतक की तस्वीर तक नहीं पहुंच सकी। आरोपित आशीष की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि उसने शव को चिरैंया थाना क्षेत्र में फेंक दिया। तब पटना पुलिस ने संबंधित थाने से संपर्क कर शव के बारे में पूछा और फिर वहां से तस्वीर भेजी गई। आभूषण व्यवसायी के भाई ने पुलिस के मोबाइल में तस्वीर देख उसकी पहचान की। आभूषण व्यवसायी का शव नही मिलने पर स्वजनों ने पुतला बनाकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की।

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इनसेट ::

हत्या की खबर सुन घर में पसरा मातम :

संस, दानापुर : दानापुर थाना पहुंचे मृतक के भाई राकेश को जैसे ही पुलिस ने मुकेश की हत्या की बात बताई और पहचान के लिए मोबाइल में तस्वीर दिखाई तो वह फफक कर रोने लगा। कुछ देर के लिए वह सन्न रहा गया। हत्या की खबर सुन घर में मातम पसर गया। रोने की आवाज सुन आसपास के लोग भी जुट गए। छोटे भाई की हत्या की खबर से परेशान राकेश बार-बार एक ही बात बोल रहा था कि यह सब कैसे हो गया?

वहीं व्यवसायी की पत्नी पिंकी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बेहोश हो जा रही थी। बहन मधु गुप्ता बार-बार कहती रही कौन दुश्मनवा हमर भाई के मार देलक रे बाप, अब क्या होगा। भाई को अंतिम बार भी नहीं देख सके। हमरा सामने दुश्मनवा के लाओ ओकरो हम मार दी। दोनों बेटे आदर्श और अमरनाथ सोनी स्तब्ध थे।

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पुलिस नहीं मान रही थी अपहरण, कार्रवाई से संतुष्ट नहीं स्वजन :

चाचा अमरेंद्र ने बताया कि पुलिस प्रशासन के कार्य से हम लोग संतुष्ट नहीं। पुलिस पहले तो अपहरण मान नहीं रही थी। बाद में उसकेदोस्तों पर शक कर रही थी। इसको लेकर आभूषण व्यवसायियों के साथ पुलिस से मिला गया, पर उस दौरान भी उनका स्वभाव ठीक नहीं लगा। राकेश ने कहा कि बदमाशों ने हत्या कर शव को फेंक दिया। अंतिम बार भाई का चेहरा भी देख नहीं सके। उसका संस्कार भी नही कर पाये।

घटना के विरोध में बंद रहीं नगर की दुकानें :

स्वर्ण व्यवसायी की हत्या के विरोध में दानापुर सर्राफा संघ द्वारा शोक सभा आयोजित की गई। नगर की सभी ज्वेलरी दुकानें बंद रहीं। संघ के अध्यक्ष संजीव कुमार, सचिव नीरज कुमार व राजू बाबा आदि ने व्यवसायी की मृत्यु पर संवेदना प्रकट की।


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