पीएम मोदी ने बिहार को दिए दो-दो कृषि कर्मण पुरस्कार, दो-दो करोड़ मिले; चार किसान भी सम्मानित
बिहार को मोटे अनाज में मक्का एवं गेहूं के सर्वश्रेष्ठ उत्पादन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके तहत दो-दो करोड़ रुपये मिले। चार किसान भी सम्मानित किए गए।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार को मोटे अनाज में मक्का एवं गेहूं के सर्वश्रेष्ठ उत्पादन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कर्नाटक के तुमकुर (बंगलुरु) में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह पुरस्कार बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार को दिया। कृषि कर्मण सम्मान गेहूं, चावल, दालें और मोटे अनाज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों को दिया जाता है। बिहार को 2016-17 में मक्का और 2017-18 में गेहूं में श्रेष्ठ उत्पादन के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। दोनों फसलों में बिहार ने देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। बिहार को पांचवी बार कृषि कर्मण दिया गया है। इसके पहले तीन बार और यह पुरस्कार मिल चुका है। सबसे पहले 2011-12 में चावल के लिए यह पुरस्कार दिया गया था।
दो-दो करोड़ रुपये मिले पुरस्कार में
पुरस्कार के रूप में दोनों फसलों के लिए दो-दो करोड़ रुपये बिहार को दिए गए। इसके अलावा दोनों फसलों के लिए अलग-अलग ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र भी दिए। सर्वश्रेष्ठ उत्पादन-उत्पादकता के लिए चार किसानों को पुरस्कृत किया गया। उनके खाते में दो-दो लाख रुपये भेज दिए गए हैं एवं प्रशस्ति पत्र भी दिया गया है। सबको प्रधानमंत्री ने अपने हाथों से सम्मानित किया।
सीएम नीतीश को भी बुलाया गया था
बिहार से पुरस्कार लेने के लिए कृषि मंत्री प्रेम कुमार के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बुलाया गया था, किंतु प्रतिनिधि के तौर पर कृषि मंत्री पहुंचे। उन्होंने पुरस्कार का श्रेय कृषि रोडमैप को दिया है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार मिलने से सरकार और किसान का हौसला बढ़ेगा और अन्य फसलों में भी बिहार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। कार्यक्रम में बिहार के कृषि निदेशक आदेश तितरमारे भी मौजूद थे।
कृषि रोडमैप ने दिलाया पुरस्कार
कृषि रोडमैप बनाकर साल दर साल खेती में नए प्रयोगों के चलते बिहार को अभी तक पांच बार कृषि कर्मण से सम्मानित किया जा चुका है। 2016-17 में मक्के का कुल उत्पादन 38.46 लाख मीट्रिक टन और उत्पादकता 53.35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर था। उस वर्ष मक्के की उत्पादकता में बिहार सर्वश्रेष्ठ था और खाद्यान्न का कुल उत्पादन 185.61 लाख मीट्रिक टन हुआ था। अगले वर्ष 2017-18 में बिहार गेहूं उत्पादन में अग्र्रणी राज्य बना। कुल उत्पादन 61.04 लाख मीट्रिक टन हुआ। उत्पादकता 29.05 क्विंटल प्रति हेक्टेयर थी। राज्य में खाद्यान्न का कुल उत्पादन 178.03 लाख मीट्रिक टन हुआ।