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विक्रमशिला एक्‍सप्रेस की रफ्तार को लेकर गफलत पड़ी भारी, बक्‍सर से दि‍लदारनगर के बीच हो गई घटना

विक्रमशिला एक्‍सप्रेस की रफ्तार को लेकर गफलत पड़ी भारी देखते ही देखते हो गया हादसा बक्‍सर से दिलदारनगर के बीच गहमर स्‍टेशन के पास की घटना आधी रात को हुई घटना से छिन गई भोजपुर जिले के परिवार की खुशियां

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 29 Dec 2021 02:05 PM (IST)Updated: Wed, 29 Dec 2021 02:05 PM (IST)
विक्रमशिला एक्‍सप्रेस की रफ्तार को लेकर गफलत पड़ी भारी, बक्‍सर से दि‍लदारनगर के बीच हो गई घटना
बक्‍सर से दिलदारनगर स्‍टेशन के बीच घटना। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बक्सर, जागरण संवाददाता। पटना दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड पर ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है। आधुनिक एलएचबी कोच वाली सभी ट्रेनें इस रेलखंड पर अपनी l अधिकतम रफ्तार हासिल कर ही लेती हैं। यह रफ्तार बहुत अधिक होती है। इसे आप इस तरह समझ सकते हैं कि 130 की रफ्तार में ट्रेन एक सेकंड में ही 36 मीटर यानी 118 फीट से भी अधिक दूरी तय कर लेती है। आप समझ सकते हैं कि दो से 3 सेकंड में ट्रेन कितनी दूर चली जाएगी। ट्रेन की स्पीड को लेकर कोई गफलत हादसे की वजह बन सकती है। बक्सर से दिलदारनगर के बीच गहमर स्टेशन के पास ऐसा ही हुआ।

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डीडीयू-बक्सर रेलखंड के गहमर रेलवे स्टेशन के गेट संख्या 81(सी) के पास डाउन विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से मंगलवार की रात 12:45 बजे बक्सर रेल पथ विभाग के गहमर सेक्शन के पेट्रोलमैन भोजपुर बिहार के तेघरा निवासी निशांत यादव (40) की मौत हो गयी, जबकि साथ में पैट्रोलिंग कर रहे पेट्रोलमैन सुरेश प्रसाद बाल बाल बच गए। सूचना पर पहुंची दिलदारनगर जीआरपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर चौकी पहुंची। सूचना पाकर बुधवार की सुबह स्वजन भी जीआरपी चौकी पहुंचे। मंडल के कल्याण निरीक्षक भूषण प्रसाद दिलदारनगर पहुंचकर परिजनों को पेट्रोलमैन के अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 20 हजार रुपये की सहायता राशि दी। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

बक्सर रेल पथ विभाग के गहमर सेक्शन के पेट्रोलमैन सुरेश प्रसाद ने बताया कि मैं और निशांत यादव डाउन लाइन में रात के पहर रेल पटरी की पेट्रोलिंग कर रहे थे। रेल पटरी पकड़कर गहमर स्टेशन की ओर आ रहे थे तभी ट्रेन आने का हॉर्न सुनाई दिया तो निशांत यादव को रेल पटरी से बाहर निकलने को कहा। इस पर उन्होंने कहा कि अभी ट्रेन दूर है, लेकिन विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन आ गयी। इस बीच मैं रेल पटरी से बाहर निकल गया, लेकिन निशांत यादव ट्रेन के इंजन से धक्का लगने से कुछ दूरी पर लाइन किनारे फेंका गए और मौके पर ही मौत हो गयी।

घटना की जानकारी तत्काल विभागीय उच्चाधिकारियों को देकर गहमर रेलवे स्टेशन को दी। स्टेशन से घटना का मेमो पाकर दिलदारनगर जीआरपी घटना स्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर दिलदारनगर चौकी पहुंची। घटना की जानकारी पाकर स्वजन भी बुधवार की सुबह जीआरपी चौकी पहुंचे। पति के शव को देख पत्नी  आशा देवी रोने बिलखने लगी। पेट्रोलमैन निशांत यादव के दो लड़का दो लड़की हैं, जिसमें पुशु कुमारी (18) व पुत्र मिथुन कुमार (15) व पुत्री अंशु कुमारी (11) व पुत्र लव कुश (10) है। पिता की मौत से पुत्रियों का भी रो-रोकर बुरा हाल था। घटना की जानकारी पाकर दिलदारनगर रेल पथ विभाग के कर्मचारी भी चौकी पहुंच गए। बक्सर के रेल पथ निरीक्षक विष्णु शंकर प्रसाद भी कर्मियों के साथ पहुंच गए। जीआरपी के उपनिरीक्षक अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन से पेट्रोलमैन निशांत यादव के गर्दन के पीछे व कमर के पास चोट लगने से मौत हो गई।


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