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बिहार में MBBS, जीएनएम और बीएससी नर्सिंग छात्रों के लिए नौकरी, जानें कितना मिलेगा मानदेय

बिहार के नौ मेडिकल काॅलेज और अस्पतालों में पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इन मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगने से कोरोना मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होगी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 05:50 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 05:50 PM (IST)
बिहार में MBBS, जीएनएम और बीएससी नर्सिंग छात्रों के लिए नौकरी, जानें कितना मिलेगा मानदेय
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय। जागरण आर्काइव।

ऑनलाइन डेस्क, पटना। कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बिहार की मदद का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा राज्य के नौ मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है। इससे साथ ही राज्य सरकार ने एमबीबीएस बीएससी नर्सिंग और जीएनएम के छात्र-छात्राओं को मानदेय पर रखने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा राज्य के 9 मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का आभार व्यक्त किया है।

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भविष्य में भी इसका लाभ मिलेगा

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इन मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगने से कोरोना मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होगी साथ ही भविष्य में भी इसका लाभ मिलेगा। मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य के एनएमसीएच, पटना, जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा, विम्स, राजगीर और एमएनएमसीएच, गया में 2500 (एलपीएम) क्षमता वाला और पीएमसीएच में 5000 (एलपीएम) क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट ऑयल इंडिया लिमिटेड द्वारा लगाया जाएगा। इसका आदेश निर्गत किया जा चुका है। इस पर कुल 21 करोड़ 46 लाख खर्च आएगा। इसी तरह ओरएसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर, डीएमसीएच, दरभंगा, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर और एमजीकेएमसीएच, बेतिया में दो हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ऑक जेनरेशन प्लांट नमलीगढ़ रिफायनरी लिमिटेड (एनआरएल) द्वारा लगाया जायेगा।

एमबीबीएस और नर्सिंग छात्र भी देंगे सेवा

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोनाकाल में मानव बल की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराने की दिशा में गंभीर है। कोरोना महामारी में अब एमबीबीएस और नर्सिंग शिक्षा से जुड़े अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं भी अपनी सेवा देंगी। इसके लिए जहां एमबीबीएस छात्रों को 15 हजार, बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को 14 हजार और जीएनएम के छात्र-छात्राओं को 12 हजार प्रतिमाह मानदेय प्राप्त होगा। नियुक्त ऐसे छात्र-छात्रों को कोरोनाकाल में की गई 100 दिन की सेवा को एक वर्ष के समतुल्य मानते हुए नियमित नियुक्ति में अंकों की अधिमानता भी देय होगा।


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