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पुलिस के लिए सिरदर्द बने तब्‍लीगी जमात से लौटे लोग; नहीं मिल रहा ठिकाना, मोबाइल भी बंद

CoronaVirus दिल्‍ली में आयोजित तब्‍लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोग बिहार में पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हें। उन्‍हें खोजने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 08:26 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 11:16 PM (IST)
पुलिस के लिए सिरदर्द बने तब्‍लीगी जमात से लौटे लोग; नहीं मिल रहा ठिकाना, मोबाइल भी बंद
पुलिस के लिए सिरदर्द बने तब्‍लीगी जमात से लौटे लोग; नहीं मिल रहा ठिकाना, मोबाइल भी बंद

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। CoronaVirus: दिल्‍ली में आयोजित तब्‍लीगी जमात (Tablighi Jamaat) में शामिल लोगों से पूरे देश में कोरोना (Corona) फैलने का बड़ा खतरा खड़ा हो गया है। वहां से बड़ी संख्‍या में लोग बिहार भी आए हैं। वे पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं। उन्‍हें खोज कर कोरोना की जांच कराने के क्रम में कभी उनका ठिकाना नहीं मिल रहा तो कभी मोबाइल बंद मिल रहा है।

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तब्‍लीगी जमात से लौटे लोगों की खोज में परेशान पुलिस

बिहार से जुड़े लोगों के तब्‍लीगी जमात में शामिल होकर लौटने के बाद पुलिस की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। ऐसे लोगों की तलाश में पुलिस को दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तो लॉकडाउन (Lockdown) में कानून-व्यवस्था (Law and Order) को बनाए रखने की चुनौती है तो दूसरी ओर मोबाइल बंद कर छुपे तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की तलाश में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। अहम यह है कि पुलिस को दिए पते पर मिल भी नहीं रहे हैं।

थाना के साथ स्पेशल ब्रांच और एटीएस को भी लगाया

ऐसे में बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) के निर्देश पर पुलिस मुख्‍यालय (Police HQ) ने संबंधित थानों के साथ-साथ पुलिस की स्पेशल ब्रांच और आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) को लगाया है। उधर, अपर पुलिस महानिदेशक, कानून-व्यवस्था (ADG, Law and Order) अमित कुमार द्वारा जिलों में लॉकडाउन को लेकर विशेष एहतियात बरते जाने को लेकर दिए गए दिशा-निर्देश से पुलिस को कई मोर्चे पर जूझना पड़ रहा है।

नवादा में आइसोलेशन वार्ड से भाग गया कोरोना का संदिग्ध

समस्‍या तब्‍लीगी जमात के खोजे गए लोगों को आइसोलेशन वार्ड (Isolation Ward) में रखने में भी है। गुरुवार को नवादा के सदर अस्पताल (Nawada Sadar Hospital) के आइसोलेशन वार्ड से कोरोना का एक संदिग्ध मरीज भाग गया। मामला प्रकाश में आते ही हड़कंप मच गया। इसके बाद उसे खोजकर वापस आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया। वह दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल होकर 11 मार्च को पटना और फिर वहां से अपने घर नवादा के अकबरपुर लौटा था।

सख्‍ती व कार्रवाई के बावजूद लॉकडाउन का उल्‍लंघन जारी

खासकर प्रमंडलीय मुख्‍यालय वाले जिलों में लोग लॉकडाउन का सर्वाधिक उल्लंघन कर रहे हैं। यह स्थिति तब है जब पुलिस सख्‍त कार्रवाई कर रही है। गाडिय़ां जब्त की जा रही हैं। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। पुलिस दिन-रात एक करने के बाद अभी तक महज दर्जन भर लोगों तलाश पाई है। जबकि, इनकी संख्‍या करीब ढाई सौ पहुंच चुकी है।

जमात से लौटे हर व्‍यक्ति को क्वारंटाइन करने की कोशिश

दरअसल, सरकार की चिंता ऐसे लोगों के भ्रमण से संक्रमण फैलने की है। आगे स्थिति बिगड़ने से पहले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज के जमात से लौटे एक-एक व्‍यक्ति को चिह्नित कर क्वारंटाइन (Quarantine) सेंटर में डालने की कोशिश जारी है। लेकिन इसमें पुलिस को सहयोग नहीं मिल रहा है।

तब्‍लीगी जमात का विवाद, एक नजर

तब्‍लीगी जमात सुन्नी इस्लामी धर्म प्रचार आंदोलन है। इसकी स्‍थापना 1926-27 में मौलाना मुहम्मद इलियास ने भारत में की थी। यह एक धर्म प्रचार आंदोलन माना जाता है। गया।

तब्लीगी जमात के निज़ामुद्दीन गुट ने दिल्‍ली के निजामुद्दीन में बीते 17 से 19 मार्च तक अखिल भारतीय अल्लामी मशवरा इज्तिमा (कार्यक्रम) आयोजित किया, जिसमें देश-विदेश से लोगों ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में शामिल कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए, जिनके माध्‍यम से संक्रमण कार्यक्रम में शामिल अन्‍य लोगों में फैला। अब कार्यक्रम में शामिल लाेग अपने साथ देशभर में संक्रमण ले जा रहे हैं।


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