'पाकिस्तान' के नए नाम की हो गई विधिवत घोषणा, लोगों ने मनाया जश्न, जानिए मामला
बिहार के पूर्णिया जिले मे भी एक पाकिस्तान हुआ करता था जिसके नाम का दंश झेल रहे लोगों ने आपसी सहमति से टोले का नाम बदलकर बिरसा नगर रख लिया है। नाम बदल जाने पर यहां जश्न मना।
पूर्णिया, जेएनएन। बिहार का पाकिस्तान टोला वर्षों से अपने नाम का दंश झेल रहा था। यहां के लोगों ने खुद ही अब इसका समाधान निकाल लिया है। श्रीनगर प्रखंड के इस टोले का नाम यहां के आदिवासी समाज के लोगों ने बदलकर अब बिरसा नगर कर लिया है।
बुधवार को एक समारोह आयोजित कर पाकिस्तान टोले के नए नाम की विधिवत घोषणा की गई। यह घोषणा यहां की बुजुर्ग महिला होपनमय मुर्मू ने नारियल फोड़कर की।
श्रीनगर के सीओ नंदन कुमार भी इस ऐतिहासिक बदलाव का गवाह बने। एक ज्ञापन के माध्यम से इनके द्वारा बिरसा नगरवासियों ने टोले का नाम बदलने की सूचना जिलाधिकारी को दी। मौके पर सभी लोगों ने सीओ नंदन कुमार और युवा समाजसेवी मुकेश प्रभाकर का माला पहनाकर स्वागत किया।
ऐसे पड़ा था इस गांव का नाम पाकिस्तान
पाकिस्तान टोला नाम कब और कैसे पड़ा इसको लेकर कहानियां यहां के लोग बताते हैं। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि भारत विभाजन के समय 1947 में यहां रहने वाले अल्पसंख्यक परिवार पाकिस्तान चले गए। उन्होंने अपनी जमीन यहां के स्थानीय लोगों के नाम कर दी। लोगों ने उनके सम्मान में इस क्षेत्र का नाम पाकिस्तान टोला रख दिया।
वहीं, कुछ लोग यह भी बताते हैं कि युद्ध के समय पूर्वी पाकिस्तान से कुछ शरणार्थी यहां आए और उन्होंने एक टोला बसा लिया। शरणार्थियों ने इसका नाम पाकिस्तान टोला रखा। बांग्लादेश बनने के बाद वे फिर चले गए। लेकिन इलाके का नाम पाकिस्तान टोला ही रह गया।
देशभर में चर्चा में था यह नाम
पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान टोला का नाम देशभर में चर्चा में आ गया था। भारत के किसी क्षेत्र का नाम पाकिस्तान टोला भी हो सकता है, इससे लोग काफी अचरज में पड़ जाते थे। इस नाम को लेकर स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी होती थी। विशेषकर बाहर वह यह नाम बताने में संकोच करते थे। जाहिर तौर पर, यह नाम बदलने की कसक उनमें काफी पहले से थी।