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हादसे में मौत के बाद भी नहीं जागी 'सरकार' ताे मंदिरी नाले की पुलिया को खुद ठीक करा रहे लोग

बिहार की राजधानी पटना के बीचोबीच आयकर चौराहे के पास 31 जनवरी की रात एक कार नाले में गिर गई। यह हादसा जिस पुलिया पर हुआ वहां कोई रेलिंग ही नहीं थी। सरकार के ध्‍यान नहीं देने पर आम लोग ही यहां पुलिया की मरम्‍मत को आगे आए हैं।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 12:05 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 12:05 PM (IST)
हादसे में मौत के बाद भी नहीं जागी 'सरकार' ताे मंदिरी नाले की पुलिया को खुद ठीक करा रहे लोग
मंदिरी नाले की पुलिया पर बनाई जा रही रेलिंग। जागरण

पटना, जागरण संवाददाता। Patna News: आयकर गोलंबर से सटे मंदिरी नाला की पुलिया खतरनाक हो गयी है। इस पुलिया की रेलिंग नहीं होने के कारण अक्‍सर लोग सीधे नाले में गिर जाते हैं। ऐसे हादसों में अब तक एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है तथा प्रतिदिन दुर्घटनाएं घटती रहती हैं। प्रशासन का ध्यान अब तक इस तरफ नहीं गया है। मजबूर होकर स्थानीय लोग चंदा मांगकर नाले की पुलिया के रेलिंग निर्माण कराने लगे हैं।

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सोमवार से नाले की रेलिंग बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया है। मंगलवार की सुबह पुलिया के रेलिंग निर्माण स्थल के पास लोगों की भीड़ उमड़ी रही। स्थानीय निवासी नवलिकशोर यादव का कहना है कि रेलिंग बनने के बाद ही इसे गाड़‍ियों की आवाजाही के लिए खोला जाएगा। बताते हैं कि राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य सुषमा साहु और पूर्व वार्ड पार्षद श्यामबाबू यादव उर्फ मल्लू गोप ने चंदा देकर इस शुभ कार्य की शुरुआत की।

देवकुमार यादव बताते हैं कि दुर्घटनाग्रस्त होने वालों के बचाव में हमेशा लगे रहते हैं। स्थानीय नागरिकों के बीच चंदा वसूली का कार्य चल रहा है। उदय कुमार राय बताते हैं कि यहां 35 से अधिक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। योगेन्द्र यादव बताते हैं कि 31 दिसंबर की रात कार के नाले में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। राहुल गुप्ता बताते हैं कि रेलिंग के निर्माण से दुर्घटना पर रोक लग जाएगी।

मंदिरी नाला को पाटकर स्मार्ट सड़क बनाने की योजना है। 2019 में बारिश के पानी से पटना के अधिकांश भाग के जलमग्न हो जाने के कारण इसके निर्माण पर रोक लग गई थी। अब तक न रोक हटी और न ही योजना रद की गई है। जल्द ही इस नाले पर फैसला होना है। इस कारण मंदिरी नाला के पुलिया पर पटना स्मार्ट सिटी, पटना नगर निगम और जिला प्रशसन का ध्यान नहीं है। यह नाला स्मार्ट सिटी परियोजना के मूल क्षेत्र में है।

2017 के अंत से स्मार्ट सिटी परियोजना चल रही है। इसे बाद भी इस क्षेत्र की दशा अब तक नहीं बदल सकी है। स्थानीय नागरिक कहते हैं शहर के बीचोबीच खतनाक पुलिया पर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। जबकि यह क्षेत्र स्मार्ट सिटी परियोजना में आता है। इस नाले को पाटकर सड़क बनाया जाए। एक चौड़ी सड़क मिलेगी तथा लोगों को गंदे पानी के बदबू से राहत मिलेगी। इस नाले को पाटने की योजना भी बन गई है।


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