पेंशनरों को लाइफ सर्टिफिकेट के लिए अब कहीं जाने की जरूरत नहीं, पटना में घर बैठे ही होगा आपका ये काम
LIFE Certificate News पटना जीपीओ के चीफ पोस्ट मास्टर रंजय कुमार सिंह ने बताया कि 70 रुपये शुल्क देकर डाकिए से घर बैठे डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवाया जा सकता है। औसतन हर दिन करीब 25 काल आ रहे हैं।
पटना, जागरण संवाददाता। LIFE Certificate at your Home: बुजुर्ग एवं दिव्यांग पेंशनरों की मुश्किल इन दिनों बढ़ गई है। ऐसे पेंशनर को लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए बैंक और डाकघर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। दूसरी तरफ, बैंक कर्मियों की ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगाए जाने के कारण उन्हें बार-बार बैंक से लौटा भी दिया जा रहा है। ऐसी हालत में पेंशनरों को हो रही दिक्कत को देखते हुए डाक विभाग बड़ी सहूलियत दे रहा है। पेंशनरों की परेशानी को देखते हुए डाकियों की संख्या में और वृद्धि की जाएगी। पटना में इसके लिए 35 डाकियों को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डाक वितरण करने के साथ ही ये लाइफ सर्टिफिकेट भी बनाएंगे।
दैनिक जागरण से खास बातचीत के दौरान पटना जीपीओ के चीफ पोस्ट मास्टर रंजय कुमार सिंह ने बताया कि 70 रुपये शुल्क देकर डाकिए से घर बैठे डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवाया जा सकता है। औसतन हर दिन करीब 25 काल आ रहे हैं। तकनीकी प्रशिक्षण के बाद डाकियों की संख्या और बढ़ जाएगी। पटना जीपीओ में बिना शुल्क डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाया जा रहा है। यहां दो काउंटर कार्य कर रहे हैं। तीसरा काउंटर वैकल्पिक रखा गया है।
- डाकियों की संख्या बढ़ा घर पर ही बनेगा बुजुर्गों का लाइफ सर्टिफिकेट
- 35 और डाकियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण, शीघ्र सर्टिफिकेट बनाने में जुटेंगे
- लाइफ सर्टिफिकेट बनाने में पूरे बिहार में पटना जीपीओ अव्वल
पटना जीपीओ के काउंटर पर भी किसी बुजुर्ग को खड़ा नहीं होना है, वहां भी कुर्सी लगाई गई है। दिव्यांग पेंशनरों के लिए व्हीलचेयर की भी व्यवस्था है। पारदर्शिता के लिए टोकन सिस्टम लागू है। सुरक्षा के लिए कोरोना नियमों का पालन भी हो रहा है। लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और पीपीओ नंबर का होना अनिवार्य है। नवंबर में पटना जीपीओ के जरिए 1064 लाइफ सर्टिफिकेट बनाए गए हैं जो बिहार में सर्वाधिक हैं।