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पटनावालों को प्रिय है पारिजात का पौधा

पटना की छोटी-बड़ी सभी नर्सरियों में पारिजात फूल के पौधे की हमेशा मांग रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2020 05:58 PM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2020 05:58 PM (IST)
पटनावालों को प्रिय है पारिजात का पौधा
पटनावालों को प्रिय है पारिजात का पौधा

पटना। पटना की छोटी-बड़ी सभी नर्सरियों में पारिजात फूल के पौधे की हमेशा मांग रही है। पौधे की कीमत इसकी साइज पर निर्भर है। छोटा पौधा 40 रुपये, मंझोला पौधा 50 रुपये और बड़ा पौधा 60 रुपये में बिक रहा है। बता दें कि राममंदिर के शिलान्यास के मौके पर पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारिजात का पौधा अयोध्या में लगाया था। उसके बाद देश के कई शहरों में इस पौधे की मांग में बढ़ गई है। साथ ही कुछ शहरों में इसकी कीमत भी सामान्य की तुलना में बढ़ गई है। हालांकि पटना में इस पौधे की कीमत पहले की तरह ही है।

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कहते हैं विक्रेता : डाकबंगला चौराहा स्थित प्रकाश वाटिका के संचालक प्रकाश कुमार ने कहा कि पहले भी इस पौधे की मांग थी, अब भी है। कीमत में वृद्धि नहीं हुई है। इस पौधे को बनारस से मंगाया जाता है। औसतन चार-पांच पौधे प्रतिदिन बिक जाते हैं। कंकड़बाग के पौधा विक्रेता गोपाल ने कहा कि अन्य कोई पौधा बिके या नहीं लेकिन पारिजात का पौधा रोज दो-चार बिक जाता है। पटना में दर्जन भर अच्छी नर्सरी हैं, जबकि छोटी नर्सरी भी कई हैं। अनुमान है कि पटना में प्रतिदिन करीब 200 पारिजात पौधों की बिक्री होती होगी। इसका पेड़ 10 से 15 फीट ऊंचा होता है। कटिंग कर इसे गमले में भी लगाया जाता है।

फूल की विशेषता : जानकारों का कहना है कि यह एक दिव्य पौधा है। कार्तिक माह में इसमें अधिक फूल निकलते हैं। इसके फूल बहुत सुगंधित होते हैं। इसके फूल सफेद और छोटे होते हैं। माना जाता है कि देवी लक्ष्मी को पारिजात के फूल अत्यंत प्रिय हैं।

पटना साहिब में ऐतिहासिक पारिजात : पटना साहिब स्थित तख्त श्रीहरिमंदिर के प्रबंधक सरदार दलजीत सिंह ने कहा कि यहां गुरुद्वारा परिसर में भी पारिजात का पेड़ है। सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर सिंह ने कभी इसी वृक्ष में अपना घोड़ा बांधा था। इसके अलावा बाल लीला गुरुद्वारा परिसर में भी पारिजात का पेड़ है।


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