12 घंटे के अंदर पटना पुलिस ने अगवा छात्र को किया बरामद
आज सुबह स्कूल के लिए निकले नौवीं क्लास को बाइक सवार अपराधियों ने अपहरण कर लिया था और उसके पिता को फोन कर डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने अगवा बच्चे को बरामद कर लिया है।
By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 06 Feb 2018 03:19 PM (IST)Updated: Tue, 06 Feb 2018 11:52 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी से मंगलवार की सुबह स्कूल जाने के दौरान अगवा नौवीं के छात्र जैद (14) को पटना पुलिस की टीम ने 12 घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया। उसके पिता से फोन पर डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी।
अपहरण के मास्टरमाइंड शशि रंजन और लाइनर वकार सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। वकार जैद के घर में किराएदार है। वह सुबह से शाम तक पुलिस को गुमराह करता रहा। जैद की रिहाई और बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद वकार की संलिप्तता उजागर हुई। राजधानी में एक महीने में अपहरण की यह तीसरी वारदात थी।
कुवैत से रिटायर्ड इंजीनियर मो. आरिफ मल्लिक का न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी की मस्जिद गली में मकान संख्या 362/बी है। मंगलवार की सुबह आठ बजे उनका छोटा बेटा जैद स्कूल जाने के लिए घर से पैदल निकला था। लगभग ढाई घंटे बाद आरिफ के मोबाइल पर डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती के लिए कॉल आई।
अपहरणकर्ता ने दो दिन का अल्टीमेटम दिया था। कॉल आने के बाद आरिफ ने पुलिस को इत्तिला दी। पुलिस ने उस फोन नंबर के जरिए गर्दनीबाग रोड नंबर 21 भीखाचक में अपहरणकर्ताओं का ठिकाना ढूंढ निकाला और रात 8:10 बजे जैद को उनके चंगुल से मुक्त करा लिया।
मौके से शशि रंजन, अविनाश, लोकेश और सन्नी की गिरफ्तारी हुई। वहां से शशि का लाइसेंसी रिवाल्वर, आरी, पुलिस के कई पहचान पत्र और नंबर प्लेट आदि बरामद हुए। शशि ने पुलिस को बताया कि जैद और उसके परिवार के बारे में सारी जानकारी वकार ने दी थी। वह पारिवारिक सदस्य बनकर पुलिस की हरकतों पर नजर रख रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। कारी दी गई तो पुलिस ने छानबीन करनी शुरू की। आखिरकार 12 घंटे के अंदर उसे बरामद कर लिया।
अपहरण के मास्टरमाइंड शशि रंजन और लाइनर वकार सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। वकार जैद के घर में किराएदार है। वह सुबह से शाम तक पुलिस को गुमराह करता रहा। जैद की रिहाई और बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद वकार की संलिप्तता उजागर हुई। राजधानी में एक महीने में अपहरण की यह तीसरी वारदात थी।
कुवैत से रिटायर्ड इंजीनियर मो. आरिफ मल्लिक का न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी की मस्जिद गली में मकान संख्या 362/बी है। मंगलवार की सुबह आठ बजे उनका छोटा बेटा जैद स्कूल जाने के लिए घर से पैदल निकला था। लगभग ढाई घंटे बाद आरिफ के मोबाइल पर डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती के लिए कॉल आई।
अपहरणकर्ता ने दो दिन का अल्टीमेटम दिया था। कॉल आने के बाद आरिफ ने पुलिस को इत्तिला दी। पुलिस ने उस फोन नंबर के जरिए गर्दनीबाग रोड नंबर 21 भीखाचक में अपहरणकर्ताओं का ठिकाना ढूंढ निकाला और रात 8:10 बजे जैद को उनके चंगुल से मुक्त करा लिया।
मौके से शशि रंजन, अविनाश, लोकेश और सन्नी की गिरफ्तारी हुई। वहां से शशि का लाइसेंसी रिवाल्वर, आरी, पुलिस के कई पहचान पत्र और नंबर प्लेट आदि बरामद हुए। शशि ने पुलिस को बताया कि जैद और उसके परिवार के बारे में सारी जानकारी वकार ने दी थी। वह पारिवारिक सदस्य बनकर पुलिस की हरकतों पर नजर रख रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। कारी दी गई तो पुलिस ने छानबीन करनी शुरू की। आखिरकार 12 घंटे के अंदर उसे बरामद कर लिया।
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