बिहार पुलिस सिपाही भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ चार्जशीट की तैयारी में जुटी पटना पुलिस
सिपाही भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वालों की संख्या बढ़ने के बाद पुलिस की जांच तेज हो गई है। पुराने मामलों में पकड़े जाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस सख्त हो गई है। न्यायालय से जमानत पाकर निकले ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस चार्जशीट दायर करने की तैयारी में जुटी है।
फुलवारीशरीफ (पटना), संवाद सूत्र। सिपाही भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वालों की संख्या बढ़ने के बाद पुलिस की जांच तेज हो गई है। पुराने मामलों में पकड़े जाने पर जेल की हवा खाकर बाहर निकले लोगों के खिलाफ पुलिस सख्त हो गई है। न्यायालय से जमानत पाकर निकले ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस चार्जशीट दायर करने की तैयारी में जुटी है। इसके लिए भर्ती आयोग से ऐसे सभी लोगों के मूल दस्तावेज की मांग की गई है और उन सभी को थाने पहुंचकर अंगूठे का निशान व हस्ताक्षर का नमूना देने के लिए नोटिस जारी की गई है। इसमें 40 लोग शामिल हैं।
वर्ष 2015 से 2018 के बीच का मामला
मालूम हो कि 2015 से लेकर 2018 तक सिपाही भर्ती परीक्षा में दूसरे को बिठाकर सफलता पाने वालों के खिलाफ गर्दनीबाग थाने में दर्ज मामले की जांच चल रही है। जांच में पकड़े गए ऐसे सभी लोगों को नोटिस देकर थाने बुलाया गया है। साथ ही आयोग से उनके मूल दस्तावेज मांगे गए हैं। आइओ ने बताया कि चार्जशीट दायर करने के लिए जरूरी है कि ऐसे लोगों के सारे कागजात उपलब्ध हों। इसके लिए आयोग से आवेदन भरने के समय का फोटो, अंगूठे का निशान व हस्ताक्षर की मूल प्रति मांगी गई है।
सभी को थाने बुलाने की चल रही तैयारी
ऐसे मामलों के सभी आरोपितों को थाने बुलाकर उनके हस्ताक्षर व अंगूठे का नमूना लिया जाएगा। इसके बाद एफएसएल जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट आने पर सभी के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी। अगर नोटिस जारी करने के बाद भी आरोपित उपस्थित नहीं होंगे तो उनके खिलाफ वरीय पदाधिकारी से आदेश लेकर कार्रवाई की जाएगी।
जेल से जमानत पाने के बाद लग जाते हैं अपने काम
दरअसल सरकारी नौकरी के लिए भर्ती परीक्षाओं में ऐसे सेटिंगबाजों का नेटवर्क पहले से काफी मजबूत होकर काम कर रहा है। ऐसे लोग एक बार पकड़े जाने पर भी नहीं सुधरते और जेल से जमानत लेकर बाहर निकलने के बाद दोबारा अपने काम में जुट जाते हैं।