रूपेश हत्याकांड में एक संदिग्ध मोबाइल नंबर ने बदली जांच की दिशा, शूटर के पीछे लगी एसआइटी
रूपेश हत्याकांड में अब एक बिल्डर समेत चार संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही पुलिस 600 मोबाइल नंबरों की अब तक हो चुकी है जांच एक मोबाइल नंबर के जरिये पुलिस को मिला शूटरों का सुराग
पटना, जागरण संवाददाता। Rupesh Murder Case: बिहार की राजधानी पटना में जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह के हत्यारों तक पहुंचने का पटना पुलिस का दावा अब तक हवा-हवाई ही साबित हुआ है। रूपेश की हत्या ठीक उनके अपार्टमेंट के सामने कर दी गई थी। इस घटना को अब 19 दिन हो चुके हैं। बावजूद पुलिस के हाथ बहुत कुछ ठोस नहीं लगा है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी पर यकीन करें तो अब तक 600 मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल इस मामले में खंगाली गई है। इसी आधार पर कई लोगों से पूछताछ हुई, लेकिन अब एक मोबाइल नंबर की संदिग्ध डिटेल ने पुलिस की आस जगाई है।
आइजी ने किया दावा, जल्द ही होगी गिरफ्तारी
बताया जा रहा है कि मामले की जांच में लगी एसआइटी ने सोमवार को पटना से सटे दानापुर, खगौल और रामकृष्णा नगर में छानबीन की। फिलहाल एक बिल्डर और उसके करीबी से पूछताछ हो रही है। एक महिला से भी पूछताछ की बात सामने आ रही है। पुलिस का मानना है कि अब उन्हें मामले का पर्दाफाश करने में कामयाबी मिल सकती है। एसआइटी से जुड़े सूत्रों की मानें तो दो से चार दिनों में सब कुछ सामने आ सकता है। आइजी संजय सिंह का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी जल्द ही होगी।
ठिकाना बदल रहे शूटर, लाइनर के पीछे है पुलिस
सूत्रों के मुताबिक हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शूटरों की शिनाख्त हो चुकी है। पुलिस दोनों की तलाश में लग गई है। इनमें से शूटर पुलिस की नजरों में आ चुका है। लाइनर की पहचान होने की बात भी सामने आ रही है। रूपेश हत्याकांड की वजह से बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं। विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार को लगातार घेरा है। इस वजह से पुलिस पर मामले का जल्द पर्दाफाश करने का काफी दबाव है।