पटनाः चोरी होने पर पुलिस को नहीं दी सूचना, तीन दिन तक किया ये काम और खुद पकड़ लिए अपराधी
पटना में चोरी की वारदात देखकर गृहस्वामी ने खुद अपराधी को पकड़ने का प्लान बनाया। पुलिस को खबर दिए बिना उसने तीन चोर को पकड़ लिया। ऐसा करने के लिए मकान मालिक ने सीसीटीवी का सहारा लिया। -
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। चोरी की वारदात को अंजाम दोबारा घरों में हाथ साफ करने जाने के क्रम में तीन चोर को लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। यह चोर किराया का मकान लेकर रहते थे और प्रति दिन रात के बारह बजे चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए घर से निकल जाते थे। हालांकि पकड़े गये चोरों की लोगों ने पिटाई भी की। अपराधियों की पहचान मृत्युंजय, रौनक और गोलू के रूप में हुई है।
तीन दिनों तक खंगाली सीसी कैमरे की फुटेज
नंदलाल छपरा निवासी रोहित राज होली में अपने घर गए हुए थे। वह जब घर से आये तो देखा कि चोरों ने उनके घर का सारा सामान गायब कर दिया है। उन्होंने इस बात की जानकारी पुलिस को नहीं दी और चोर को पकड़ने के लिए घर में लगे सीसीटीवी कैमरा को लगातार तीन दिनों तक देखा। कैमरे में उन्होंने देखा कि तीन युवक रात के 12 बजे प्रति दिन उनके घर की ओर से गुजरते हैं। बीती रात 12 बजे जब यह तीनों युवक गुजर रहे थे तब लोगों के साथ मिल कर तीनों का पकड़ लिया और कैमरा दिखाकर उनसे पूछताछ की।
चोरी को मान लिया था रोजगार
कैमरे की फुटेज देखकर तीनों ने चोरी की बात स्वीकार कर ली। बाद में तीनों को रामकृष्ण नगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। थानाध्यक्ष राजेश्वर कुमार सिंह ने बताया कि मृत्युंजय, रौनक और गोलू एक किराया का मकान लेकर बहादूर पूर में रहते थे। यह मूल रूप से मसौढ़ी, छपरा और नालंदा के रहने वाले हैं मगर यह चोरी को रोजगार मान कर किराए के मकान लेकर रहते और प्रति दिन चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए रात के 12 बजे निकल जाते थे। तीनों चोरी की कई वारदात को अंजाम दिया है। इनके पास से चोरी का सामान भी बरामद किया गया है।