कैदी से दोस्ती निभाने वाला हवलदार खुद गया जेल, पटना के होटल में शराब पार्टी का मामला आया था सामने
बिहार की सबसे महत्वपूर्ण जेल पटना स्थित बेउर कारा में बंद कैदी से यारी निभाने वाला पटना पुलिस का हवलदार अब खुद भी कैदी बन गया है। बेउर जेल में बंद कैदी को पीएमसीएच में इलाज के बहाने बेउर जेल से बाहर निकाला गया था।
पटना, जागरण संवाददाता। बिहार की सबसे महत्वपूर्ण जेल पटना स्थित बेउर कारा में बंद कैदी से यारी निभाने वाला पटना पुलिस का हवलदार अब खुद भी कैदी बन गया है। बेउर जेल में बंद कैदी को पीएमसीएच में इलाज के बहाने बेउर जेल से बाहर निकाला गया था। इस दौरान कैदी के ई-रिक्शा पर बैठकर पटना में सैर करने का वीडियो वायरल हुआ था। इस दौरान यह भी चर्चा सामने आई थी कि बेउर जेल के कुछ और कैदियों के साथ पटना के एक बड़े होटल में शराब पार्टी भी हुई थी। इस शराब पार्टी पर पुलिस का छापा भी पड़ा था और होटल के स्टाफ को गिरफ्तार भी किया गया था।
हवलदार के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश
बेउर जेल से इलाज के लिए पीएमसीएच ले जाए गए सजायाफ्ता कैदी शंभू को इ-रिक्शा घुमाने के मामले में हवलदार गौतम मजूमदार को दोषी पाया गया है। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हवलदार को जेल भेज दिया। वहीं, गौतम के खिलाफ निलंबन के साथ ही विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उधर, आरोपित कैदी और उसके साथी को भागलपुर केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया है। अब पुलिस रिमांड पर लेकर कैदी शंभू से पूछताछ करेगी।
पांच जनवरी को जेल से बाहर निकला था शंभू
दरअसल गत पांच जनवरी को बेलागंज निवासी सजायाफ्ता कैदी शंभू कुमार को बेउर जेल से इलाज के लिए पीएमसीएच लाया गया था। इसी दौरान गांधी मैदान थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मियों के साथ इ-रिक्शा पर उसके सैर-सपाटे की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। वहीं, आरोपितों द्वारा गांधी मैदान के एक होटल में शराब पार्टी करने की भी बात सामने आई थी। एसएसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी दानापुर राजेश कुमार को इसकी जांच के आदेश दिए थे।
टावर लोकेशन के आधार पर पाया गया दोषी
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर हवलदार गौतम मजूमदार को दोषी पाया गया। वीडियो व सीसीटीवी फुटेज की जांच में गौतम कैदी के साथ मौजूद था। जिसके बाद हवलदार गौतम मजूमदार के खिलाफ बेउर थाने में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। उधर, घटना के बाद बेउर जेल प्रशासन ने इलाज के दौरान सैर करने वाले आरोपित कैदी शंभू कुमार और अन्य कैदी रवींद्र कुमार को भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया।