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पटना में रास्‍ते पर घूमता दिखा घड़‍ियाल, बेफिक्री ऐसी कि चौंक गए लोग, वन विभाग ने किया रेस्‍क्‍यू

बिहार के पटना जिले में शुक्रवार की सुबह लोगों का सामना एक घड़ि‍याल से हो गया। यह घड़‍ियाल गंगा घाट के पास से गुजरने वाले रास्‍ते में टहल रहा था। घड़‍ियाल काे खुले में घूमते देखकर लोग हैरान हो गए। उसे सड़क पर बेफिक्री से घूमते देखकर लोग भागने लगे।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 10:52 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 06:16 PM (IST)
पटना में रास्‍ते पर घूमता दिखा घड़‍ियाल, बेफिक्री ऐसी कि चौंक गए लोग, वन विभाग ने किया रेस्‍क्‍यू
पटना में सड़क पर घूमता दिखा घड़‍ियाल। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Patna News: बिहार के पटना जिले में शुक्रवार की सुबह लोगों का सामना एक घड़ि‍याल (Crocodile) से हो गया। यह घड़‍ियाल गंगा घाट (Ganga Ghat of Barh) के पास से गुजरने वाले रास्‍ते में टहल रहा था। घड़‍ियाल काे खुले में घूमते देखकर लोग हैरान हो गए। उसे सड़क पर बेफिक्री से घूमते देखकर लोग इधर-उधर भागने लगे। इस बीच किसी ने इसकी सूचना स्‍थानीय प्रशासन को दी। यह पूरा मामला पटना जिले के प्रमुख शहर बाढ़ के बनारसी घाट गंगा तट पर सामने आया।

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रस्‍सी से बांधने के बाद मंदिर में लाकर रखा

घड़ि‍याल को देखने के लिए घाट के पास लोगों की भीड़ जुट गयी। कुछ लोगों ने हिम्‍मत जुटाकर घड़ि‍याल को रस्सी से बांध कर मंदिर के प्रांगण में लाकर रख दिया। इसकी सूचना पुलिस को दी गयी है। अंचल अधिकारी शिवाजी सिंह ने बताया कि घड़‍ियाल को पकड़े जाने की सूचना वन विभाग को दी गयी है।

गंगा और गंडक में मिलते हैं घड़‍ियाल

गंगा और गंडक में घड़‍ियाल आने की बात नई नहीं है। इन दोनों नदियों में पहले काफी घड़‍ियाल पाए जाते थे। लेकिन अब इनकी तादाद बिल्‍कुल कम हो गई है। पटना के आसपास गंगा में घड़‍ियाल दिखने की घटना अब दुर्लभ हो गई है। पटना में घड़‍ियाल का नदी से बाहर दिखना सुखद आश्‍चर्य है। हो सकता है कि यह घड़‍ियाल कहीं से बहकर चला आया हो। वन विभाग की टीम इसके बारे में जांच करेगी। फिलहाल इसे पटना जू में रखा जा सकता है। पटना जू में काफी संख्‍या में घड़‍ियाल हैं।

कभी जलीय जीवाें के मामले में काफी समृद्ध थी गंगा

गंगा नदी कभी जलीय जीवों के मामले में काफी समृद्ध थी। इस नदी में घड़‍ियाल के साथ ही गांगेय डॉल्फि‍न और तरह-तरह की मछलियां पाई जाती थीं। अब गांगेय डॉल्‍फ‍िन की तादाद भी घट रही है। मछलियों की विविधता में भी कमी आई है।


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