पटना जंक्शन पर बदल गई है यातायात व्यवस्था, जान लें वरना छूट सकती है आपकी ट्रेन
Patna Junction New Traffic Plan बिहार के सबसे व्यस्त स्टेशन पटना जंक्शन पर पहुंचना इन दिनों यात्रियों के लिए मुश्किल हो रहा है। इस समस्या को दूर करने के लिए यातायात पुलिस जिला प्रशासन एवं रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी की सोमवार को मैराथन बैठक चली।
पटना, चन्द्रशेखर। बिहार के सबसे व्यस्त स्टेशन दानापुर मंडल के पटना जंक्शन पर पहुंचना इन दिनों यात्रियों के लिए काफी मुश्किल साबित हो रहा है। यात्रियों की ट्रेनें भी छूट रही हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए यातायात पुलिस, जिला प्रशासन एवं रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी की सोमवार को मैराथन बैठक चली। स्टेशन गोलंबर से जाम हटाने पर पूरे दिन मंथन चला। इस दौरान महावीर मंदिर और करबिगहिया साइड, दोनों ही तरफ यातायात की व्यवस्था बदलने का फैसला लिया गया। एसडीओ सदर नवीन कुमार ने यातायात पुलिस व जिला परिवहन अधिकारियों को इस बात का निर्देश दिया कि अब गोलंबर पर बसों के लगाए जाने पर संबंधित यातायात अधिकारी पर गाज गिरेगी।
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स्टेशन गोलंबर के पास न कोई बस और न कोई आटो
बैठक के दौरान इस बात पर सहमति बनी कि अब जंक्शन गोलंबर पर स्टेशन के इंट्री और एक्जिट के किसी भी बस या आटो को खड़ा नहीं होने दिया जाएगा। नियम का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना भी वसूला जाएगा। आटो चालकों को मल्टी स्टोरी वाहन पार्किंग से ही अपने आटो का संचालन करना होगा। यातायात पुलिस ऐसे बस चालकों व आटो चालकों से सख्ती से निपटे। अधिकारियों ने एसडीओ सदर से इस बात की शिकायत की कि दूध मार्केट के पास बने आटो स्टैंड में जबरन अतिक्रमण कर दुकानें लगा ली गई हैं। इसे हटाकर वहां बस खड़ा करने की व्यवस्था करनी होगी।
- जंक्शन गोलंबर पर बदलेगी यातायात व्यवस्था
- दूध मार्केट के समीप प्रीपेड आटो स्टैंड में ही खड़ी होंगी बसें
- करबिगहिया की ओर पुल से सीधे नहीं जा सकेंगे स्टेशन
- दाहिने मुड़कर पुल से नीचे जाना होगा
वहीं दूसरी ओर जंक्शन की करबिगहिया इंट्री पर अब पुल से सीधे इंट्री नहीं होगी। बसों को पुल से उतर कर दाहिने मुड़कर पुल के नीचे जाना होगा। वहां से पुल के बगल से करबिगहिया की ओर से स्टेशन परिसर में प्रवेश करना होगा। नगर सेवा की बसें इस ओर से आएंगी और सीधे निकल जाएंगी। इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल लिया जाएगा। छोटी इलेक्ट्रिक बसें तो मुड़ जाएंगी परंतु बड़ी वाली इलेक्ट्रिक बसों को थोड़ी परेशानी हो सकती है। ट्रायल के बाद निर्णय लिया जाएगा कि यहां से इलेक्ट्रिक बसें निकल सकेंगी या नहीं।