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बिहार: पटना IGIMS की लापरवाही से भी फैला कोरोना, 12 लोगों को इसने बांटा है वायरस का प्रसाद

पटना के आइजीआइएमएस अस्पताल की लापरवाही से भी कोरोना वायरस फैला है। अबतक इस अस्तपाल की वजह से 12 लोगों में कोरोना संक्रमण फैला है जिसमें अस्पताल के कर्मी भी शामिल हैं।

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 01:35 PM (IST)Updated: Fri, 01 May 2020 10:18 PM (IST)
बिहार: पटना IGIMS की लापरवाही से भी फैला कोरोना, 12 लोगों को इसने बांटा है वायरस का प्रसाद
बिहार: पटना IGIMS की लापरवाही से भी फैला कोरोना, 12 लोगों को इसने बांटा है वायरस का प्रसाद

पटना, जेएनएन। इंदिरा गांधी आर्युविज्ञान संस्थान (IGIMS) में कोरोना को लेकर बरती गई लापरवाही की वजह से एक सप्ताह के भीतर यहां 12 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। गुरुवार को अस्पताल का वार्ड अटेंडेंट और तीन मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से दहशत का माहौल है। वहीं बुधवार को भी गैस्ट्रो सर्जरी विभाग व टीबी एवं चेस्ट विभाग के एक-एक वार्ड अटेंडेंट एक नर्सिंग अफसर के अलावा चार रोगी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसमें कैंसर विभाग के तीन, मेडिकल विभाग के दो और एक जीआइ सर्जरी विभाग का मरीज है। वहीं पहले भी करीब चार रोगियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी।

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आइजीआइएमएस में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए डॉक्टर समेत अन्य अस्पतालकर्मी दहशत में हैं। बता दें कि इस अस्पताल को बिहार सरकार ने यह सोचकर कोविड 19 अस्पताल से मुक्त कर दिया था कि बाकी मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं हो, लेकिन अस्पताल की मुसीबत फिर भी कम नहीं हुई है। इस अस्पताल में एक के बाद एक मामला कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मचा है। कोई समझ नहीं पा रहा है कि कोरोना के ये  मामले कैसे आ रहे हैं।

बुधवार को एक साथ जहां कोरोना के तीन पॉजिटिव मामले आने से कर्मचारियों में हड़कंप मचा था तो फिर वहीं गुरुवार को पूरा दिन डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों में दहशत का माहौल रहा। अब तो मरीज भी संस्थान में आने से डर रहे हैं। बता दें कि अस्पताल में हाल में कई मामले ऐसे आए हैं, जिनमें संस्थान द्वारा लापरवाही भी उजागर हुई है। इसे लेकर यहां के डॉक्टर भी काफी डरे हुए हैं। हालात को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि संक्रमण का मामला बढ़ा तो इलाज को लेकर कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।

अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि मरीज के संपर्क में आने के बाद जहां अस्पताल के एक नर्सिंग स्टाफ में कोरोना की पुष्टि हुई है वहीं 50 डॉक्टरों के साथ 20 नर्सिंग स्टाफ को संदिग्ध मानते हुए क्वारंटीन में रहने का आदेश दिया गया है और इनमें से 25 कर्मियों का सैम्पल भी लिया जाएगा ताकि ये पता चल सके कि पॉजिटिव तो नहीं है।

कई डॉक्टरों के साथ स्वास्थ्य कर्मी क्वारंटाइन

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के कई डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी होम क्वारंटाइन हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो अधिक संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों को भी संक्रमण का खतरा है। इसे लेकर कर्मियों में काफी आक्रोश है। बुधवार को अस्पताल में काम करने वाली एक नर्सिंग स्टाफ कोरोना पॉजिटव पाई गई। इसके बाद उसके संपर्क में आए लोगों की जांच की जा रही है। उसके संपर्क में उसकी बहन आई थी, बहन का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है।

नौबतपुर की एक महिला भी पॉजिटिव पाई गई है। महिला अस्पताल की कर्मी है और उसे भी मरीज से ही संक्रमण का खतरा है। पालीगंज की महिला भी आईजीआईएमएस में संक्रमित पाई गई और नौबतपुर  का एक दो साल का मासूम भी संक्रमित पाया गया।

डॉक्टर परिवार सहित फरार

शगुना मोड़ स्थित एक क्लीनिक में पालीगंज की महिला का इलाज कराया गया था। स्वास्थ्य विभाग को जब इसकी जानकारी हुई और टीम पहुंची तो डॉक्टर परिवार सहित फरार पाये गये। बताया जा रहा है कि महिला का इलाज कब हुआ था और उसके बाद क्लीनिक पर कौन-कौन का आया था, इसकी पूरी पड़ताल कराई जा रही है। बुधवार को तीन मामलों से जुड़े अब तक 20 लोगों का नमूना लेकर जांच-पड़ताल  के लिए भेजा गया है।


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