वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से दो हफ्ते तक चलेगा पटना हाईकोर्ट, वकीलों की समस्या का रखा जाएगा ख्याल
दो सप्ताह तक पटना हाईकोर्ट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही चलेगा लेकिन सुनवाई में कैसे तेजी लाई जाए इसकी व्यवस्था होगी।
पटना, जेएनएन। बिहार में कोरोना के मामले एक लाख से अधिक हो गए हैं। राहत की बात ये है कि रिकवरी दर भी बेहतर है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिलहाल दो सप्ताह तक पटना हाईकोर्ट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही चलेगा, लेकिन सुनवाई में कैसे तेजी लाई जाए, इसकी व्यवस्था होगी। इस दौरान किसी तरह की समस्या न आए इसका ख्याल रखा जाएगा।
वकीलों के समक्ष कई सारी दिक्कतें न हों
मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की अध्यक्षता वाली पूर्ण पीठ ने कोरोना काल में अदालतों में चल रही सुनवाई की समीक्षा की। तीनों अधिवक्ता संघ की समन्वय समिति के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा ने कहा कि अदालत के संचालन के तौर-तरीकों का निर्धारण मुख्य न्यायाधीश के विवेक से ही होना है, लेकिन इतनी व्यवस्था होनी चाहिए की वकीलों के समक्ष कई सारी दिक्कतें न हों।
फाइलिंग के बाद तुरंत सुनवाई हो
केस फाइलिंग की सही व्यवस्था होनी चाहिए और फाइलिंग के बाद तुरंत सुनवाई हो। पूर्ण पीठ में इसकी भी चर्चा हुई कि मुकदमे को जल्दी सूचीबद्ध करने के लिए गलत तरीके अपनाए जा रहे हैं, जिस पर कार्रवाई होगी।
वकीलों को एक करनी पड़ रही है एड़ी-चोटी
फिलहाल मुकदमे की तुरंत सुनवाई के लिए वकीलों को एड़ी-चोटी एक करनी पड़ रही है। इस पर न्यायाधीश हेमंत श्रीवास्तव ने कहा कि बड़ी संख्या में केस की सुनवाई के लिए आवेदन आ रहे हैं। एक दिन में नौ सौ तक आवेदन आए। अब उस पर विचार करना बहुत सहज नहीं रह गया है।
तरह से मामले के निपटारे की व्यवस्था होनी चाहिए
सुनवाई में महाधिवक्ता ललित किशोर ने भी कहा कि किसी भी तरह से मामले के निपटारे की व्यवस्था होनी चाहिए। चाहे वर्चुअल सुनवाई हो अथवा फिजिकल यानी प्रत्यक्ष मौजूदगी में। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि इन सारी समस्याओं की ओर हम ध्यान दे रहे हैं और उसके शीघ्र निपटारे की व्यवस्था कर रहे हैं।