प्राइवेट बीएड कॉलेजों में डिप्लोमा कर रहे छात्रों को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत
निजी बीएड कॉलेजों में पढ़ाई पूरी कर परीक्षा का इंतजार कर रहे सैकड़ाें छात्रों को गुरुवार को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली। अब वैसे छात्र परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
पटना [राज्य ब्यूरो]। निजी बीएड कॉलेजों में पढ़ाई पूरी कर परीक्षा का इंतजार कर रहे सैकड़ाें छात्रों को गुरुवार को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली। हाईकोर्ट की दो सदस्यीय खंडपीठ ने सत्र 2016-18 के डिप्लोमा इन इलीमेंट्री एजुकेशन(डीइएलइडी) के छात्रों को परीक्षा में शामिल करने की अनुमति दे दी। ये निजी बीएड कॉलेजों के छात्र हैं। इन कॉलेजों को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से एनओसी मिला हुआ था, लेकिन बिहार विद्यालय समिति ने आपत्ति की थी। परीक्षा समिति सत्र 2014-16 तक ही बीएड कॉलेजों को परीक्षा लेने की अनुमति दी थी।
फुलवारी शरीफ स्थित सत्तार मेमोरियल कॉलेज ऑफ एजुकेशन सहित 20 बीएड कॉलेजों की ओर से याचिका दायर की गई थी। न्यायाधीश ज्योति सरन एवं न्यायाधीश अरविन्द श्रीवास्तव की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की। इनकी ओर से वरीय अधिवक्ता पीके शाही एवं निरंजन कुमार का कहना था कि सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति निजी कॉलेजों को मान्यता नहीं दे रही है। इस कारण दर्जनों छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
निजी कॉलेजों के 4000 छात्रों से ज्यादा थे प्रभावित
मालूम हो कि इंटर के रिजल्ट के आधार पर इन कॉलेजों के छात्रों का नामांकन होता है। ये डिप्लोमा कोर्स कर शिक्षक बनते हैं। मामले की सुनवाई में अदालत को जानकारी दी गई थी कि करीब 4000 छात्र प्रभावित हैं, जिनकी ट्रेनिंग हो गई, लेकिन परीक्षा नहीं ली गई। अकेले सत्तार मेमोरियल कॉलेज के 100 छात्र परीक्षा के इंतजार में हैं।